सपा सरकार की तानाशाही का इलाज सिर्फ ओवैसी: कल्बे जवाद
वक्फ बोर्ड को बताया डाकूओं का अड्डा, अखिलेश सरकार के खिलाफ शिया समुदाय का ज़ोरदार प्रदर्शन
लखनऊ: शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड में वसीम रिजवी की नियुक्ति के खिलाफ दिनोंदिन जनता में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। आज नमाजे जूमा के बाद आसिफ मस्जिद में नमाजियों ने जमकर सपा और मुलायम सिंह के खिलाफ नारे लगाये । वक्फ बोर्ड के खिलाफ युवा गुस्से की हालत में नारे लगाते हुए मस्जिद से बाहर निकले और रूमी गेट, घंटाघर होते हुए छोटे इमामबाड़े पहुंचे जहां मुस्लिम महिला जागरुक मंच की महिलाओं ने वक्फ बोर्ड के खिलाफ भूख हड़ताल की हुई है ।
प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियाँ भी उठाए हुए थे जिसमें सपा के खिलाफ नारे लिखे हुए थे कि वक्फ बोर्ड से बेईमानों को हटाओ, इमामबाड़े बेचने वालों को हटाओ जैसे नारे लिखे हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने समाजवादी सरकार का पुतला भी जलाया ।
छोटे इमामबाड़े पहुंच कर प्रदर्शनकारियों को मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी ने संबोधित करते हुए कहा कि यह वक्फ बोर्ड नहीं बल्कि डाकूओं का अड्डा है। जब तक इन डाकूओं को हटाया नहीं जाएगा विरोध जारी रहेगा ।मौलाना ने सपा की हिन्दू मुस्लिम दुश्मनी का उदाहरण देते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी एकता की ताकत से डरती है इसलिए वह कभी हिन्दू मुस्लिम दंगे करवाती है और कभी शिया व सुन्नी फसाद कराती है ताकि एकता न हो सके ।मुजफफरनगर में हिंदू मुस्लिम दंगे कराये ताकि एकता शक्ति को समाप्त कर दिया जाए और पूरे राज्य में योजना के साथ 200 से अधिक दंगे कराए जो एक रिकॉर्ड है ।इसी लिए समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश और लखनऊ में असद्धुद्दीन ओवैसी को नहीं आने देना चाहती क्योंकि ओवैसी शिया व सुन्नी एकता का समर्थक है। समाजवादी उससे भयभीत है और समाजवादी पार्टी के वे नेता भी डरे हुए हैं जिन्हें सरकार ने गुलामी के लिए खरीदा हुआ है। आगरा में ओवैसी के कार्यक्रम पर प्रतिबंध इसलिए लगाया गया क्योंकि वहाँ शिया वहाॅ सुन्नी दोनों एकजुट होकर उसके साथ हैं।
मौलाना ने कहा कि समाजवादी पार्टी वोटों के लिए कुछ भी कर सकती है जब वह मुजफ्फर नगर का दंगा करा सकता है तो कुछ भी कर सकती है ।मुलायम सिंह की सरकार में मौलवी गंज लखनऊ में मुसलमानों पर गोलियां चलाई गईं, बेदरदी के साथ उनकीं हत्या की गई मगर एक एफआईआर मुसलमानों की ओर से नहीं लिखी गई । पुलिस ने सरकार के कहने पर मुसलमानों को डराया था कि अगर एफआईआर की तो और मारा जाएगा। यह अपनी कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकते हैं ।
मौलाना ने कहा कि प्रशासन सुन ले अगर इन महिलाओं को उनकी मर्जी के खिलाफ भूख हड़ताल से प्रशासन ने उठने की जरदस्ती कोशिश की तो प्रशासन सावधान रहे कि पूरे शहर में मात्मी विरोध होंगे, फिर भी न माने तो बड़ा इमामबाड़ा और छोटे इमाम बाड़े में ताले डाल दिए जाएंगे और उसके बाद हजरत गंज से पूरी कौम गिरफ्तारी देगी ।मौलाना ने कहा कि जब से सऊदी अरब के राजदूत लखनऊ आये शियों पर दबाव और अत्याचार बढ़ते जा रहा है अगर अब कौम चुप रही तो कुचल दिया जाएगा। अब पहली जून को छोटे इमाम बाड़े पर रात में 8 बजे जबरदस्त विरोध प्रदर्शन होगा।