यूपी में साम्प्रदायिक माहौल बनाना चाहती है मोदी सरकार: सिराज मेहदी
लखनऊ: उ0प्र0 कंाग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश पदाधिकारियों की एक आवश्यक बैठक आज यहां प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय में विभाग के चेयरमैन हाजी सिराज मेंहदी, पूर्व एम.एल.सी. की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।
अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन हाजी सिराज मेंहदी ने बताया कि बैठक में मुख्य रूप से अल्पसंख्यक विभाग के जिला एवं शहर अध्यक्षों के गठन के सम्बन्ध में पूर्व में नियुक्त किये गये पर्यवेक्षकों द्वारा अपनी-अपनी जनपदवार रिपोर्ट सौंपी गयी। इस रिपोर्ट के आधार पर जिला एवं शहर अध्यक्षों के पुनर्गठन हेतु अखिल भारतीय अल्पसंख्यक विभाग के अनुमोदन के उपरान्त शीघ्र ही जिला एवं शहर अध्यक्षों की घोषणा की जायेगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री द्वारा कांग्रेस संगठन को निचले स्तर तक न्यायपंचायत एवं ग्राम पंचायत तक मजबूत करने एवं संगठित करने का जो निर्णय लिया गया है उसमें अल्पसंख्यक विभाग पूरी तत्परता के साथ अपनी भूमिका निभायेगा और संगठन को मजबूत बनाते हुए डाॅ0 खत्री के नेतृत्व में शाना-ब-शाना पूरी मजबूती के साथ खड़ा रहेगा।
श्री मेंहदी ने कहा कि अभी तक अल्पसंख्यक विभाग को सिर्फ मुस्लिम समुदाय तक ही सीमित माना जाता रहा है किन्तु अब इस विभाग में सिख, जैन, बौध, ईसाई समुदाय को भी शामिल किया गया है। उन्होने कहा कि आर0एस0एस0 के इशारे पर मोदी सरकार प्रदेश में साम्प्रदायिक माहौल बनाना चाहती है किन्तु अल्पसंख्यक विभाग भारतीय जनता पार्टी द्वारा समाज में फलाये जाने वाले फिरकापरस्ती के मंसूबे को नाकाम करने के लिए बहुसंख्यक समाज के साथ मिलकर भाजपा को बेनकाब करने का कार्य करेगी। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में अल्पसंख्यक छात्रों को किस प्रकार आगे बढ़ाया जाय, इसके लिए भी रणनीति बनाकर कार्य किया जायेगा।
श्री मेंहदी ने आगे कहा कि उन्होने प्रदेश के मुख्यमंत्री से अल्पसंख्यक समाज के हितों के सम्बन्ध में 6 सवाल पूर्व में पूछे थे जिसका अभी तक कोई भी जवाब नहीं मिला है, जिसके परिप्रेक्ष्य में उन्होने कहा कि यदि मुख्यमंत्री द्वारा उन सवालों का जवाब शीघ्र ही जनता के सामने सार्वजनिक नहीं किया जाता है तो आगामी सप्ताह में वह पुनः 5 सवाल मुख्यमंत्री जी से करेंगे क्योंकि विगत तीन वर्षों में अल्पसंख्यकों के कल्याण की दिशा में कोई भी कार्य नहीं किया गया है, प्रदेश का अल्पसंख्यक मंत्रालय सिर्फ रामपुर और जौहर विश्वविद्यालय तक ही सीमित रह गया है।
बैठक को सम्बोधित करते हुए श्री हनुमान त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश का अल्पसंख्यक विभाग अल्पसंख्यकों की बेहतरी के लिए उनकी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए संघर्षरत है और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों सहित अन्य हितों के लिए जिस प्रकार आवाज उठाने का कार्य कर रहा है उससे प्रदेश के अल्पसंख्यक समुदाय में कंाग्रेस पार्टी के प्रति रूझान बढ़ा है।