सरफराज ने अपनी पहली कमाई से पिता को भेंट की कार
मुंबई: पिता उसे गेंदबाज़ बनाने चाहते थे, इसलिए पाकिस्तान के महान गेंदबाज़ सरफराज़ नवाज के नाम पर उनका नाम रखा, सरफराज़, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग में उन्होंने गेंद से नहीं, बल्कि बल्ले से बड़ा धमाल मचाया। रॉयल चैंलेजर्स बंगलुरु की ओर से खेलते हुए 17 साल की छोटी उम्र में सरफराज़ खान ने बड़े गेंदबाज़ों को धूल चटाई। आईपीएल में अपनी पहली कमाई से अपने पिता के लिए उन्होंने कार खरीदी है। कार का नंबर है 439, वो स्कोर जो मुंबई के प्रतिष्ठित हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में सरफराज़ का रिकॉर्ड है।
आईपीएल के अपने दूसरे मैच में ही सरफराज़ ने राजस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ 21 गेंदों में 45 रन जड़ दिए, जेम्स फॉकनर से लेकर शेन वॉटसन तक की उन्होंने खूब धुलाई की। आईपीएल से लौटकर मुंबई के कुर्ला स्थित अपने घर में एनडीटीवी से बातचीत में सरफराज ने कहा, मैं थोड़ा घबरा रहा था, मेरा दूसरा ही मैच था। ख़राब खेला तो अब्बू डांटेंगे, लेकिन मैंने कड़ी मेहनत की थी। इकबाल अब्दुल्ला, कामरान ख़ान, की कई गेंदें खेली थीं, इसलिए मुझे ख़ुद पर भरोसा था। दिनेश कार्तिक रन आउट हुए तो मुझे लगा कि ग़लत हो गया अब स्कोर कम रह जाएगा, लेकिन बाद में मैं खुलकर खेला और रन बनाए।
इस एक पारी ने सरफराज़ की किस्मत बदल दी, क्रिस गेल से लेकर डीविलियर्स तक सरफराज के दोस्त बन गए। कप्तान विराट कोहली ने उन्हें झुककर नमस्कार किया, जिसके बारे में पूछे जाने पर सरफराज़ ने कहा, जब मैं लौटा तो विराट ने कहा हां, जी भैय्या वेल प्लेड, जिससे मुझमें काफी आत्मविश्वास आया और बाद में भी मैं अच्छा खेला। गेल ने सरफराज को अपनी शादी में बुलाया है, प्यार से वो उसे मिस्टर पांडा कहते हैं।
सरफराज की इस शोहरत में उनके पिता का बड़ा योगदान है, अपनी पहली कमाई से सरफराज ने अपने पिता को चारपहिया तोहफे में दी है। गाड़ी का नंबर है 439 ये नंबर हैरिस शील्ड में तो सरफराज़ का रिकॉर्ड है ही, इसका एक और खास कनेक्शन है बकौल सरफराज़, इसका उल्टा जोड़ आता है नौ, सात … मेरे पिता का नाम है नौशाद इसलिए भी मैंने ये नंबर चुना।
बेटे को बड़ा क्रिकेटर बनाने के लिए पिता ने दिन रात मेहनत की है। अपने घर को ही छोटे मोटे स्टेडियम में तब्दील कर दिया है, जिसमें पिच, साइड स्क्रीन, फ्लड लाइट सब कुछ है। इकबाल अब्दुल्ला, कामरान खान जैसे क्रिकेटरों को तराश चुके नौशाद खान के दोनों बेटे धमाल मचा रहे हैं। सरफराज का कमाल दुनिया ने देखा।
छोटे मियां मुशीर ने भी हाल ही में मुंबई के लोकल टूर्नामेंट में 14 ओवरों में 9 ओवर मेडन फेंके, नौ रन देकर नौ विकेट झटक लिए, बल्ले से भी 48 रन जड़े, भाई को लगता है, छोटा मुशीर उनसा बड़ा क्रिकेटर है। छोटे फॉर्मेट के बाद अब सरफराज का सपना है, टीम इंडिया की सफेद जर्सी हासिल करना।