विधानसभा चुनावों में धूल चाटेगी भाजपा: सचिन पायलट
इंस्टेंटखबर ब्यूरो
लखनऊ: कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने शुक्रवार को कहा कि ‘बहुमत के अहंकार में चूर’ बीजेपी बिहार के आगामी विधानसभा चुनावों में ‘धूल चाटेगी।’ पायलट ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर आज संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि लोकसभा चुनावों से पहले किया गया एक भी वायदा बीजेपी ने नहीं पूरा किया है। जनता अब उसकी हकीकत जान चुकी है। बीजेपी बहुमत के अहंकार में चूर है ।
उन्होंने कहा कि बहुमत मिलने के बाद बीजेपी के रवैये से जनता आहत है। बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी धूल चाटेगी। साथ ही पायलट ने कहा कि बिहार में बीजेपी आगामी चुनावों में अपनी खराब स्थिति की आशंका के मद्देनजर अब जाति और धर्म की राजनीति करने पर उतर आयी है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में क्या हुआ, सबको पता है। जनता को अब अहसास हो रहा है कि उसने बीजेपी को बहुमत देकर अपने पैर में कुल्हाड़ी मारी है। पायलट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेशी धरती पर कुछ नकारात्मक टिप्पणियां की हैं, जो उन्हें शोभा नहीं देता। वह बीजेपी या एनडीए के नहीं बल्कि पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के दौरान कृषि क्षेत्र की अनदेखी की गई है। चना, गेहूं और कपास जैसी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया गया। राज्यों को कह दिया गया कि वे बोनस नहीं दे सकते। यूरिया और उर्वरक की कमी है। डीजल और पेट्रोल के दाम आठ बार बढ़ाए गए। किसानों को ना तो मुआवजा दिया गया और ना ही ऋण माफी की योजनाओं का लाभ।
पायलट ने भूमि अधिग्रहण विधेयक के बारे में कहा कि बीजेपी जब विपक्ष में थी तो उसने यूपीए सरकार द्वारा लाए गए भूमि अधिग्रहण विधेयक का समर्थन किया था, लेकिन अपनी सरकार बनते ही वह हड़बड़ी में अध्यादेश ले आई। एक बार भी सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस बारे में चर्चा नहीं कराई गई और किसी को भरोसे में नहीं लिया गया।
उन्होंने कहा कि आज किसान की बात सुनने वाला कोई नहीं है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जिस तरह संसद के भीतर और बाहर किसानों का मुद्दा उठाया है, उससे बीजेपी नेताओं में हड़कंप मच गया है। किसानों के साथ धोखाधड़ी की गई है और इस मुद्दे पर समूचा विपक्ष एकजुट है।
उन्होंने कहा कि मनरेगा को ‘फ्लॉप’ योजना बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि योजना तो फ्लॉप है लेकिन वह इसे बंद नहीं करेंगे। सरकार में कोई पारदर्शिता नहीं है। मुख्य सूचना आयुक्त, मुख्य सतर्कता आयुक्त और लोकपाल जैसे महत्वपूर्ण पद रिक्त पड़े हैं। सत्ता केवल एक व्यक्ति के हाथ में केन्द्रित है। जानबूझकर संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है।
पायलट ने कहा कि मंगलयान हो या जम्मू-कश्मीर में रेल परियोजना। पूर्व की यूपीए सरकार द्वारा किए गये कार्यों का श्रेय लेने में मौजूदा सरकार आगे है।
योगी आदित्यनाथ और साध्वी निरंजन ज्योति जैसे बीजेपी नेताओं को निशाने पर लेते हुए पायलट ने कहा कि ये लोग जानबूझकर समाज के ध्रुवीकरण का खौफनाक खेल खेल रहे हैं। सरकार में इन पर पाबंदी लगाने वाला कोई नहीं है। वास्तविकता तो यह है कि बीजेपी ऐसे लोगों के जरिए ही राज कर रही है।