जयललिता को मिला सरकार बनाने का निमंत्रण
चेन्नई : तमिलनाडु के राज्यपाल के. रोसैया ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता को नई सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।
राजभवन से जारी एक बयान के अनुसार, पनीरसेल्वम ने रोसैया को अपना इस्तीफा दे दिया। पनीरसेल्वम अन्नाद्रमुक के कोषाध्यक्ष भी हैं। बयान में कहा गया है कि तमिलनाडु के राज्यपाल ने सेल्वी (सुश्री) जे. जयललिता को यथाशीघ्र सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है और उनसे उन विधायकों की विभागों सहित सूची भेजने का आग्रह किया है जिन्हें संबद्ध विभागों का मंत्री बनाया जाना है।
इसमें आगे कहा गया है कि तमिलनाडु के राज्यपाल ने पनीरसेल्वम और उनकी मंत्रिपरिषद का इस्तीफा 22 मई 2015 को पूर्वाह्न से स्वीकार कर लिया है। बयान के अनुसार, राज्यपाल ने मुख्यमंत्री (पनीरसेल्वम) और उनकी वर्तमान मंत्रिपरिषद से वैकल्पिक व्यवस्था होने तक काम करते रहने के लिए कहा है। इससे पहले, जयललिता को आज यहां संपन्न पार्टी विधायकों की बैठक में सर्वसम्मति से अन्नाद्रमुक विधायक दल की नेता चुना गया।
इस बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है कि जयललिता तमिलनाडु की 14वीं विधानसभा में मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरी बार कब शपथ लेंगी। अक्सर जयललिता के ‘मैन फ्राइडे’ कहे जाने वाले पनीरसेल्वम ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा इसलिए दिया ताकि जयललिता की वापसी का रास्ता सुनिश्चित हो सके। करीब आठ माह पूर्व जयललिता को आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी ठहराया गया था लेकिन कर्नाटक उच्च न्यायालय ने 11 मई को निचली अदालत का यह फैसला रद्द कर दिया। वर्ष 2001 से 2006 तक जब अन्नाद्रमुक विपक्ष में थी तब भी पनीरसेल्वम की हैसियत पार्टी में दूसरे नंबर की थी और वह अन्नाद्रमुक विधायक दल के उप नेता थे। उन्हें जयललिता का विश्वसनीय सहयोगी माना जाता है।