6 बरस बाद पाक में इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी
कड़ी सुरक्षा के बीच ज़िंबाबवे की टीम पहुंची दौरे पर
लाहौर: जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम कड़ी सुरक्षा के बीच आज तड़के यहां पहुंच गई जो छह साल पहले श्रीलंकाई टीम बस पर आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान का दौरा करने वाली पहली टेस्ट टीम है । जिम्बाब्वे टीम की दो बसों को सशस्त्र सुरक्षाकर्मियों के साथ भारी संख्या में सुरक्षा वाहनों ने घेर रखा था ।
जिम्बाब्वे को पाकिस्तान में दो टी20 मैच और तीन वनडे खेलने हैं । प्रांतीय गृहमंत्री शुजा खानजादा ने अलामा इकबाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कहा ,‘ पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हुई है और हमें इस श्रृंखला को कामयाब बनाना है ।’ जिम्बाब्वे के अंपायर रसेल टिफिन भी टीम के साथ आये हैं चूंकि आईसीसी ने सुरक्षा कारणों से अपने मैच अधिकारी भेजने से इनकार कर दिया था ।
पाकिस्तान ने जिम्बाब्वे को वीआईपी सुरक्षा देने का वादा किया है । टीम की सुरक्षा के लिये 4000 पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों को तैनात किया गया है । पहला टी20 मैच शुक्रवार को खेला जायेगा । खानजादा ने कहा ,‘ हमने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को पूरा सहयोग दिया है और एक टीम के रूप में काम करेंगे ताकि इस श्रृंखला के बाद और भी टीमें पाकिस्तान आये ।’
पिछले तीन साल से पीसीबी टेस्ट टीमों को पाकिस्तान का दौरा करने के लिये मनाने की कोशिश में जुटा है । बांग्लादेश भी सुरक्षा कारणों से दो बार दौरा रद्द कर चुका है । पीसीबी के मुख्य संचालन अधिकारी सुभान अहमद ने कहा ,‘ हम पर जिम्बाब्वे का भरोसा है जिससे हमारे उनके साथ क्रिकेट संबंध और मजबूत होंगे । उम्मीद है कि इस श्रृंखला से पाकिस्तान के प्रति लोगों का नजरिया बदलेगा और विदेशी टीमें यहां आयेंगी ।’ इससे पहले पीसीबी ने एक बयान में कहा था कि गद्दाफी स्टेडियम पर होने वाले पहले टी20 मैच के 75 प्रतिशत टिकट बिक चुके हैं ।