विज्ञापन पर तस्वीर न लगने पर मुख्यमंत्री बेचैन क्यों: डा0 मनोज मिश्र
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के विज्ञापन पर मुख्यमंत्री की तस्वीर पर रोक के फैसले पर मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया पर टिप्पणी की है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया पर चुटकी लेते हुए कहा कि विज्ञापन पर उनकी तस्वीर न लगने पर मुख्यमंत्री जी इतने बेचैन क्यों है ? फोटो न लगने की बेचैनी में मा0 सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर व्यंग कर रहे है। मुख्यमंत्री जी और सपाई देश की संवैधानिक संस्थाओं की खिल्ली उड़ाते रहते है और अपमान करते रहते है।
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से पूछा कि विज्ञापनों में प्रचार की योजनाओं, कार्यक्रम और नीतियों का होता है या मुख्यमंत्री की फोटो का ? डा0 मिश्र ने कहा कि वैसे भी सपा सरकार में प्रचार के नाम पर सपा के प्रचार के लिए प्रदेश के खजाने का बेतहाशा खर्च किया जा रहा है। व्यंग करते हुए डा0 मिश्र ने कहा प्रचार साधनों में प्रचार में अक्षर छोटे और मुख्यमंत्री की तस्वीर बड़ी लगी होती प्रचार की होर्डिंगे पढ़ने तक में नहीं आती है।
डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी जब-तब देश और प्रदेश की संवैधानिक संस्थाओं का मजाक उड़ाते रहते है। ‘ड्रेस कोड भी तय कर दे कोर्ट’ कहकर मुख्यमंत्री जी क्या संदेश देना चाहते है ? सपा के लोगो को धैर्य का परिचय देना चाहिए तथा फोटो न लगने के भय से परेशान नहीं होना चाहिए।
प्रवक्ता डा0 मिश्र ने सपा सरकार को सलाह दी कि वो और उसके मंत्री प्रदेश के विकास पर ध्यान दें न कि प्रचार में फोटो का। अच्छे काम का प्रचार तो अपने आप हो जाता है। सरकार प्रदेश की समस्याओं पर ध्यान दे, उन्हें दूर करे तथा प्रचार से दूर रहे।