घरेलू विद्युत मूल्य में बढ़ोत्तरी उपभोक्ताओं से धोखाधड़ी: कांग्रेस
लखनऊ: उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी ने पावर कार्पोरेशन द्वारा घरेलू विद्युत मूल्य में अप्रासंगिक तरीके से की गयी बढ़ोत्तरी को प्रदेश के समस्त घरेलू उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी करार दिया है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता आर0पी0 सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि एक तरफ जहां बिजली की कमी और बेतहाशा कटौती से आम जनमानस त्रस्त है वहीं पावर कार्पोरेशन द्वारा हो रही लाइन लास की पूर्ति एवं विद्युत राजस्व बढ़ाने के लिए छोटे और घरेलू उपभोक्ताओं को बिलिंग श्रेणी में रखकर की जाने वाली विद्युत मूल्य की वसूली पूरी तरह आम जनता के प्रति अन्याय है। जबकि पहले से ही उपभोक्ताओं से देय बिल में डिमांड लोड से अधिक उपभोग करने पर पेनाल्टी व सरचार्ज तथा ब्याज की धनराशि वसूली की जा रही है, जिससे राजस्व हानि और लाइन लास की प्रतिपूर्ति हो सकती है। लाइन लास की पूर्ति पुरानी लाइनों को हटाकर उनका नवीनीकरण एवं विद्युत उपकरणों को सुरक्षित एवं उनके रखरखाव को सुव्यवस्थित करके भी की जा सकती है किन्तु पावर कार्पोरेशन अपनी कमियों को छिपाकर विद्युत हानि का ठीकरा आम जनता पर फोड़ने पर अमादा है।
श्री सिंह ने कहा कि जिस विद्युत को आम जनता खर्च नहीं कर रही है उसको उसकी बिलिंग यूनिट में जोड़कर जो पावर कार्पोरेशन द्वारा वसूलने का तरीका अपनाया गया है, इससे आम जनमानस में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ेगा। एक ओर जहां फर्जी बिलिंग से उपभोक्ता परेशान हैं वहीं इस प्रकार के जनविरोधी निर्णय निश्चित तौर पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देंगे।
कंाग्रेस पार्टी ने विद्युत नियामक आयोग से मांग की है वह इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए इस विद्युत मूल्य बढ़ोत्तरी के जनविरोधी निर्णय को तत्काल निरस्त करें।