यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था: अब्दुल कलाम
प्रदेश सरकार गरीबों के उत्थान के लिए कटिबद्ध : मुख्यमंत्री
इंस्टेंटखबर ब्यूरो
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीबों के उत्थान के लिए कटिबद्ध है और वह उनके हित में अनेक विकास योजनाएं क्रियान्वित कर रही है। सरकार गरीबों को विकास का लाभ दिलवाने के लिए सारे प्रयास कर रही है। वर्तमान सरकार ने ऐसी नीतियां एवं कार्यक्रम लागू किये हैं, जिनसे गरीब लोग सबसे ज्यादा लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज अपने सरकारी आवास पर भारत के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम से बैठक के दौरान व्यक्त किये। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 में सत्ता में आने के बाद से प्रदेश की समाजवादी सरकार लगातार गरीबों के हक में निर्णय ले रही है और उन्हें हर प्रकार से लाभान्वित करने का कार्य कर रही है।
श्री यादव ने कहा कि सत्ता में आने पर उन्हें प्रदेश की लगभग सभी व्यवस्थाएं जर्जर अवस्था में मिलीं। सबसे बड़ी चुनौती प्रदेश को वापस पटरी पर लाने की थी। बिना समय बर्बाद किये सरकार ने व्यवस्था को सुधारने का कार्य शुरू किया। प्रदेश की चरमरायी हुयी स्वास्थ्य सुविधाओं को ठीक करना एक बहुत बड़ी चुनौती थी, जिसे अब काफी बेहतर किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी भी प्रदेश के विकास के लिए बहुत से कार्य किये जाने बाकी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश के विकास के लिए दिये जाने वाले सभी सुझावों का स्वागत करती है और इन सभी पर गम्भीरता से विचार भी करेगी। वर्तमान सरकार के प्रयासों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था लगातार बेहतर हो रही है। प्रदेश की विकास दर देश की विकास दर से अधिक है, जिसकी पुष्टि भारत सरकार के आंकड़ों से हो जाती है।
इस अवसर पर भारत के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम ने मुख्यमंत्री से राज्य के चतुर्दिक विकास पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और देश का हर पांचवां युवा यहां का वासी है। उन्होंने कहा कि इस राज्य के विकास में यहां के आई.आई.टी., आई.आई.एम. जैसे प्रमुख संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 तक प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय वर्तमान 33,000 रुपए से बढ़ाकर 1 लाख 20 हजार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रदेश के 25 मिलियन युवाओं को विश्व स्तरीय कौशल से समृद्ध करना होगा। साथ ही, राज्य में अवस्थापना सुविधाओं के विकास, नौपरिवहन तथा सड़क अवस्थापना पर विशेष ध्यान देना होगा। बिजली के क्षेत्र में राज्य को सोलर पावर तथा बगास का इस्तेमाल करते हुए अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ानी होगी। उन्होंने राज्य में लघु उद्योगों को बढ़ावा देने का भी सुझाव दिया।
वर्ष 2020 तक प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए श्री कलाम ने 9 बुनियादी मिशनों का उल्लेख किया। इनमें शुद्ध पेय जल सप्लाई, अगली पीढ़ी के ग्रामीण नेतृत्व के विकास, बायोमास तथा सोलर पावर का इस्तेमाल करते हुए यू.पी. इनर्जी मिशन की स्थापना, युवाओं का कौशल विकास, विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के माध्यम से उद्यमियों को आगे लाना तथा युवाओं के लिए जिला विकास योजना बनाना, सम्पत्ति का विकास, सामाजिक उद्यमियों को बढ़ावा देना, नागरिकों को तकनीकी आधारित सुरक्षा मुहैया कराना तथा मोबाइल इन्क्लूसिव गवर्नेन्स सम्मिलित हैं। उन्होंने इन सभी मिशनों पर गम्भीरता से काम करने का सुझाव दिया।
पूर्व राष्ट्रपति ने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मेट्रो रेल, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे तथा सी0जी0 सिटी जैसी योजनाएं प्रदेश को विकास के पथ पर दूर तक ले जाएंगी और इनका लाभ प्रदेश की गरीब जनता को मिलेगा।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन, राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चौधरी, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष एन0सी0 बाजपेयी, मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रमुख सचिव वित्त राहुल भटनागर, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल तथा सचिव मुख्यमंत्री पार्थ सारथी सेन शर्मा भी मौजूद थे।