बाहर से दवाएं व जाॅचे लिखने वाले डाक्टरों पर होगी करवाई: अहमद हसन
लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को निरन्तर बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत है। मरीजों को चिकित्सालयों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें, इसके लिए आवश्यक है कि चिकित्साधिकारी प्रतिदिन समय से ओ0पी0डी0 तथा कार्यालयों में बैठना सुनिश्चित करें। मरीज बड़ी उम्मीद लेकर अस्पताल आते हैं उनके भरोसे को कायम रखें। इससे समाज में चिकित्सकों की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। अस्पतालों में अधिकांश गरीब एवं मलिन बस्तियों में रहने वाले लोग आते हैं इनको सही इलाज एवं परामर्श देना हमारा फर्ज बनता है।
यह बात आज यहां आवास विकास परिषद के सभागार में लखनऊ एवं कानपुर मण्डल में नव नियुक्त चिकित्साधिकारियों की बैठक में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने कही। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में दवाइयों की कमी नहीं है। इसकी वितरण व्यवस्था दुरस्त की जाये। चिकित्सक अपने कर्तव्यों का निर्वाहन पूरी निष्ठा एवं लगन से करें। किसी भी मरीज को बाहर से दवाएं एवं पैथालाॅजी व एक्स-रे जांचें न लिखे। ऐसा करने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। बैठक में नव नियुक्त चिकित्साधिकारियों में महिला चिकित्सकों की आधी तादाद देखकर उनकी सराहना करते हुए कहा कि महिलाएं तो ममता की मूरत होती हैं। ये मरीजों को अपने परिवार का सदस्य समझकर उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए मेहनत से कार्य करंे।
श्री हसन ने कहा कि यह पेशा मानवता की सबसे बड़ी सेवा हैे। इस सेवा की गरिमा को बनाये रखंे, यदि कोई कहीं परेशानी आती है तो महानिदेशक स्वास्थ्य, प्रमुख सचिव या मुझसे अवश्य बताएं उसे दूर करने का हर सम्भव प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने चिकित्सकों के लिए पूरी सेवा में चार समयबद्ध प्रोन्नति लागू कर दी है। ये देश का पहला राज्य है जहां यह व्यवस्था लागू की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 4242 नये चिकित्साधिकारी नियुक्त किये गये जिसमें 584 विशेषज्ञ चिकित्सक तथा 1140 महिला चिकित्साधिकारी नियुक्त की गयी, तैनाती में सभी चिकित्सकों से उनकी पसन्द के तीन जनपदों का विकल्प मांगा गया था यथा सम्भ्व उन्हें उन्हीं जनपदों में नियुक्ति प्रदान की गयी है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकों को आकर्षित करने तथा विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी दूर करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रेंा में तीन साल से कार्य करने वाले चिकित्साधिकारियांे के लिए सरकारी मेडिकल कालेजों में एम0डी0 व एम0एस0 करने के लिए 30 प्रतिशत सीटें आराक्षित की गयी हैं जिनका लाभ चिकित्सक ले रहे हैं।