पश्चिमी यूपी में फिर हो रही दंगा कराने की साजिश: मलिक
शामली और कांधला घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग
लखनऊ। पिछड़ा समाज महासभा ने बार-2 केन्द्र व राज्य सरकार को आगाह करता रहा है कि 2017 के चुनाव से पूर्व मुजफ्फरपुर दंगा से बड़ा दंग करने साजिश सम्प्रदायिक शक्तियां रच रही है। मुजफ्फरपुर दंगा को पुनः दोहराने की साजिश की जा रही है। पश्चिमी उ0प्र0 में उपद्रव (दंगा) करा करके लोक सभा चुनाव जैसा माहौल बना कर हिन्दु-मुस्लिम मतो को विभाजित करने की कोशिश की जा रही है। जिसकी शुरूआत शामली और कांधला में उपद्रव करके शुरूआत की गई है। यह जानकारी आज यहाँ जारी एक संयुक्त वक्तव्य में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुलहक मलिक व राष्ट्रीय महासचिव शिवनारायण कुशवाहा ने दी नेता द्वय ने यह बताया कि जिस तरह से जामातियों पर हमला करके मारा पीटा गया है जामाति कैसे होते ये पूरी दुनिया जानती है। अभी तक दोषियों को गिरफ्तार ना किये जाने से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार द्वारा दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है नेता द्वय ने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने यदि घटना को गम्भीरता से लिया गया होता तो इतना बड़ा उपद्रव हो ही नही सकता था, ऐसा लगता है मुजफ्फर नगर दंगा से सरकार ने सबक नही लिया यदि समय रहते कठोर कार्यवाही की गई होती तो ये उपद्रव हो ही नही सकता था। ऐसा लगता है कि खुफिया विभाग अपने कर्तव्यों को सही तरह से नही निभा रहा है या फिर ये उपद्रव सरकार द्वारा प्रायोजित तो नही।
नेता द्वय ने यह भी बताया कि जामातियों को मारपीट करकेे दोषी लोग अगले स्टेशन पर उतर कर चले गये जब की सरकार चाहती तो दोषियों को ट्रेन से उतरने से पूर्व ही गिरफ्तार कर सकती थी इससे स्पष्ट है सरकार की भी मिली भगत हो सकती है।
नेता द्वय ने सभी सेकुलर लोगों से अपील की है कि दंगों की आग में प्रदेश व देश जले इससे पूर्व सम्प्रदायिक शक्तियों के विरोध में एकजुट होकर संघर्ष करे और इनको मुंहतोड़ जवाब दे ताकि देश में अमन-चैन कायम रहे। प्राकृतिक आपदा से देश की जनता पीडि़त है देशहित में सभी सेकुलर ताकतों को एक होकर संघर्ष करने की जरूरत है।
नेता द्वय ने तत्काल दोषियों की गिरफ्तार कराने की मांग करते हुए कहा कि घटना की सी0बी0आई से जांच कराई जाये यदि सरकार ने जरा सी लापरवाही की तो पश्चिम उत्तर प्रदेश पुनः जलने लगेगा। नेता द्वय ने यह भी बताया कि यदि सरकार तत्काल सी0बी0आई0 से जांच नही कराती व दोषियों पर कठोर कार्यवाही नही कराती तो महासभा आन्दोलन करेगा।