विकास परियोजनाएं मजदूरों की मेहनत और पसीने की देन: मुख्यमंत्री
अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शामिल हुए
लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि श्रमिक वर्ग ही विकास की बुनियाद है। बड़ी-बड़ी इमारतों, सड़क, पुल व कारखानों सहित तमाम विकास परियोजनाएं मजदूरों की मेहनत और पसीने की देन हंै। राज्य की समाजवादी सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए गम्भीर है और इस मकसद से अनेक योजनाएं संचालित कर रही है।
मुख्यमंत्री आज अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के लिए मध्यान्ह् भोजन सहायता योजना का शुभारम्भ किया, जिसके तहत मजदूरों को दोपहर का सस्ता भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। मध्यान्ह् भोजन सहायता योजना मजदूरों को सस्ता भोजन उपलब्ध कराने की एक अनूठी योजना है। मुख्यमंत्री ने श्रमिकों के बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय योजना का भी शुभारम्भ किया।
श्री यादव ने उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के कार्यालय भवन का शिलान्यास तथा श्रम विभाग के कार्याें की जानकारी देने वाली एक पुस्तिका का विमोचन भी किया। उन्होंने सेवायोजन विभाग के वेबपोर्टल ेमूंलवरंदण्वतह का शुभारम्भ भी किया। श्री यादव ने श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सहायता राशि भी प्रदान की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जनपद देवरिया के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया।
मुख्यमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार मजदूरों एवं उनके परिवारों की सुविधा के लिए तमाम कार्य कर रही है, जिनमें साइकिल सहायता योजना, पेंशन योजना, गम्भीर बीमारी सहायता योजना, मेधावी छात्र पुरस्कार योजना, बालिका मदद योजना आदि शामिल हैं। आवासीय विद्यालय योजना के तहत मजदूरों के बच्चों के लिए बड़े पैमाने पर स्कूल भवन स्थापित किए जाएंगे और इनमें हाॅस्टल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि श्रमिक वर्ग आलीशान इमारतों से लेकर अन्य विशाल परियोजनाओं को पूरा करते हैं, लेकिन इनके और इनके परिवार के हालात में कोई बदलाव नहीं आता। उन्होंने भरोसा दिलाया कि समाजवादी सरकार इस वर्ग के उत्थान के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी।
मुख्यमंत्री ने श्रम मंत्री शाहिद मंजूर के नेतृत्व में विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले समय में श्रमिकों को लाभ पहुंचाने के लिए एक विशाल कार्यक्रम आयोजित किया जाए, जिससे लोगों को पता चले कि समाजवादी सरकार में श्रम विभाग मेहनतकश लोगों के लिए कितने अधिक कार्य कर रहा है। मजदूरों के लिए साइकिल वितरण योजना का खासतौर पर उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में श्रमिकों को सबसे अधिक संख्या में साइकिलें उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने श्रम विभाग के कर्मियों की मांगों के सम्बन्ध में सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन भी दिया।
प्रदेश सरकार की तमाम विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाए जाने पर बल देते हुए श्री यादव ने कहा कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को इनका लाभ उपलब्ध कराया जा सकता है। इस सन्दर्भ में अपनी पिछली बांदा यात्रा का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मौके पर उन्होंने मृतक किसानों के परिजनों को कृषक दुर्घटना बीमा योजना तथा खलिहान दुर्घटना बीमा योजना के तहत सहायता राशि के चेक प्रदान किए, तो ज्यादातर लोगों को इन योजनाओं की जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार दलगत भावना से ऊपर उठकर बगैर किसी भेदभाव के विकास करा रही है। प्रत्येक दल के विधायक जनेश्वर मिश्र ग्र्राम योजना में अपने क्षेत्र के गांव को शामिल करने का अनुरोध कर रहे हैं। लोहिया ग्रामीण आवास योजना के अन्तर्गत लाभार्थी को एकमुश्त 3 लाख 5 हजार रुपए उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि एक बार में सम्पूर्ण आवास का निर्माण सम्पन्न हो सके। इतनी अधिक धनराशि देश की कोई अन्य सरकार ग्रामीण आवासहीन लोगों को उपलब्ध नहीं करा रही है।
लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने अन्तर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाजवादी विचारधारा ने हमेशा मजदूरों और किसानों को महत्व दिया है। इन वर्गों को सुविधाएं देने से ही देश वास्तविक रूप से तरक्की करेगा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में श्रमिकों की बदौलत विकास हुआ है।
इससे पूर्व, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री शाहिद मंजूर ने अपने स्वागत सम्बोधन में कहा कि श्रम विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का सीधा लाभ मजदूरों को मिल रहा है। श्रमिकों के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए आवासीय विद्यालय योजना के पहले चरण में 12 जिलों-कन्नौज, कानपुर, इटावा, फिरोजाबाद, आगरा, गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, ललितपुर, भदोही, आजमगढ़ तथा बहराइच में आवासीय विद्यालय प्रारम्भ किए जाएंगे। इन 12 जनपदों में 24 विद्यालय निर्मित किए जाएंगे।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चैधरी, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क पंजीयन मंत्री श्री राजा महेन्द्र अरिदमन सिंह सहित राज्य सरकार के अन्य मंत्रिगण, विधायक श्री अखिलेश प्रताप सिंह एवं वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन प्रमुख सचिव श्रम श्री अरुण कुमार सिन्हा ने किया।
मुख्यमंत्री द्वारा श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सहायता राशि उपलब्ध कराई गई। इनमें सन्तोष प्रजापति (सौर ऊर्जा सहायता योजना), कमलेश कुमार (साइकिल सहायता योजना), शिव कुमार (दुर्घटना सहायता योजना-धनराशि 5 लाख रुपए), कुतुबुन्निसा (मृत्यु एवं अन्त्येष्टि सहायता योजना), जान मोहम्मद (आवास सहायता योजना-धनराशि 50 हजार रुपए), दिनेश कुमार (बालिका मदद योजना-20 हजार रुपए की एफ0डी0 18 वर्ष के लिए), कुमारी पारुल (मेधावी छात्र पुरस्कार योजना), नरेन्द्र कुमार गौतम (शिशु हित लाभ योजना-धनराशि 15 हजार रुपए), शेरूद्दीन (अक्षमता पेंशन योजना-एक हजार रुपए प्रतिमाह की दर से 6 हजार रुपए की पेंशन राशि) तथा श्रीमती गया (पुत्री विवाह योजना-धनराशि 40 हजार रुपए) शामिल हैं।