पाक में 6 वर्ष बाद इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी
ज़िंबाबवे ने पाकिस्तान के दौरे के लिए हामी भरी
नई दिल्ली: 2009 में पाकिस्तान के दौरे पर आई श्रीलंकाई टीम पर आतंकवादियों ने हमला किया और उसी दिन से पाकिस्तान क्रिकेट के बुरे दिन शुरू हो गए। पिछले 6 साल से पाकिस्तान के लोग अपनी ज़मीन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट देखने को तरसते रहे हैं, लेकिन अब यह इंतजार खत्म होने को है।
जिम्बाब्वे की टीम ने पाकिस्तान का दौरा करने की हामी भर दी है और इस मामले में दोनों के बीच बातचीत भी हो चुकी है। 4 मई को जिम्बाब्वे से एक सुरक्षा दल पाकिस्तान जाएगा, जो वहां पर खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा का जायज़ा लेंगे और फिर अपनी रिपोर्ट जिम्बाब्वे क्रिकेट को देंगे।
इस दौरे पर दोनों टीमों के बीच तीन वनडे मुकाबले और दो टी20 मैचों के आयोजन की प्लानिंग है। पाकिस्तान क्रिकेट के चेयरमैन शहरयार खान ने कहा कि देश में क्रिकेट के लिए यह बड़ा लम्हा है और वे पूरी कोशिश करेंगे कि इस दौरे को इतना शानदार बनाया जाए कि दूसरी टीमों के भीतर पैदा हुए डर को मिटाया जा सके।
जिम्बाब्वे से पहले यहां केन्या की टीम आई थी, जो पाकिस्तान-A टीम के साथ पांच वनडे मैच की सीरीज खेल कर गई थी, लेकिन जिम्बाब्वे पहला टेस्ट खेलने वाला मुल्क है, जो पिछेल छह साल में पाकिस्तान का दौरा करने को तैयार हुआ है।