काठमांडू : भूकंप की त्रासदी से भीषण तरीके से जूझ रहे नेपाल को पाकिस्तान की ओर से भेजी गई राहत सामग्री ने काफी निराश किया है। बीते शनिवार को आए भूकंप के बाद नेपाल में इस समय अस्तित्व बचाने के लिए जूझ रहे लोगों को पाकिस्तान ने राहत सामग्री के तौर पर ऐसी चीज भेजी है, जिसे देख सभी हैरान हैं। इस सामग्री को कोई हाथ लगाने को भी तैयार नहीं है। पाकिस्तान से भेजी गई राहत सामग्री में बीफ मसाला (गोमांस मसाला) के पैकेट भी शामिल हैं।

इस पैकेट के हरे रंग के चलते इन खाद्य पैकेटों को कोई हाथ भी नहीं लगा रहा है। नेपाल के अधिकारियों ने इस बाबत प्रधानमंत्री सुशील कोइराला को जानकारी दे दी है। बताया जा रहा है कि इस मामले की अंदरुनी जांच शुरू कर दी गई है। नेपाल में हिंदुओं की बहुलता है और वहां पर गौ हत्या व गौमांस पर कड़ा प्रतिबंध है। वहां पर ऐसा करने पर 12 साल की सजा है, इससे पहले वहां पर यह अपराध करने पर फांसी दी जाती थी। इस घटना के चलते सार्क सदस्य दोनों देशों के रिश्तों में कटुता आ सकती है।

काठमांडू के बीर अस्पताल में राहत कार्य में लगे हुए भारतीय डॉक्टरों ने बताया कि हमें रेडी टू मील पैकेट दिए गए, जिनमें बीफ मसाला भी शामिल है। हमने पाकिस्तानी राहत सामग्री को छुआ भी नहीं। बता दें कि भारत की ओर से 34 सदस्यीय चिकित्सा दल नेपाल भेजा गया है। इसमें नई दिल्‍ली के भी कई डॉक्टर शामिल हैं। मीडिया में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, एक डॉक्टर के हवाले से कहा गया कि अधिकतर स्थानीय लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है। जब उन्हें इस बात का पता चला, तो सभी ने इससे बचने की कोशिश की।

इस बारे में एक नेपाली अधिकारी ने बताया कि, मामले की जानकारी पीएम कोइराला को दे दी गई है। जल्द ही अंदरूनी जांच की जा रही है। यदि मामला सही नहीं निकला तो इसे कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान के सामने उठाया जाएगा। हमारे महत्वपूर्ण सहयोगी भारत को भी जानकारी दी जाएगी। वहीं, पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता तसनीम असलम ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। राहत सामग्री राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा भेजी जाती है।