गजेन्द्र की मौत पर कांग्रेस-भाजपा करेंगे प्रदर्शन
नई दिल्ली: दिल्ली में जंतर-मंतर पर किसान गजेंद्र सिंह की मौत के विरोध में आज कांग्रेस और बीजेपी की ओर से प्रदर्शन किया जाएगा। जहां एक ओर युवा कांग्रेस की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन होगा, वहीं बीजेपी की ओर से आईटीओ पर स्थित शहीदी पार्क में प्रदर्शन किया जाएगा।
कांग्रेस ने मांग की है कि गजेंद्र की मौत के मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज की जाए। सरकार ने क्राइम ब्रांच को जांच सौंप दी है।
बुधवार को आम आदमी पार्टी की रैली के दौरान राजस्थान के दौसा के रहने वाले किसान गजेंद्र सिंह ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली थी। नेता, पुलिस और आम लोगों की मौजूदगी में हुए इस हादसे के बाद से ही राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी जारी है।
घटना के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने रैली जारी रखी और करीब 20 मिनट तक भाषण दिया जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। आप के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में सबके सामने घटना होने पर आलोचनाओं का सामना कर रहे केजरीवाल ने कहा, ‘हम पुलिस से उन्हें नीचे लाने को कहते रहे। पुलिस हमारे नियंत्रण में नहीं हो सकती है लेकिन उनमें कम से कम मानवता तो होनी चाहिए। मैं मनीष सिसोदिया के साथ अस्पताल जा रहा हूं।’
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘मैं आप के उन सभी नेताओं से पूछना चाहता हूं कि क्या महत्वपूर्ण है? किसी की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण है या राजनीति ज्यादा महत्वपूर्ण है? किसी की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण है या आपका कॅरियर ज्यादा महत्वपूर्ण है? कुछ बनने की आपकी इच्छा ज्यादा महत्वपूर्ण है या किसी मरते व्यक्ति को बचाना ज्यादा महत्वपूर्ण है?’
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा, ‘केंद्र और राज्य सरकारों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज होना चाहिए। जिन दो लोगों को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है वे हैं प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी और मुख्यमंत्री (अरविंद) केजरीवाल।’ बहरहाल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सावधानी बरतते हुए कहा कि ‘दुख की इस घड़ी’ में वह कोई बयान नहीं देना चाहते, लेकिन किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी पार्टी किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है और किसी को भी उनकी जमीन नहीं छीनने देगी। उन्होंने युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से कहा कि किसान के शव को उसके गृहनगर में भेजने में सहयोग करें।