किसानों को झूठी तसल्ली दे रहा है केंद्र: मुन्ना चौहान

लखनऊ । राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने प्रदेश सरकार को किसानों का दुश्मन बताते हुये कहा कि सरकार अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए केन्द्र सरकार से वर्ष 2015-16 में खरीब और रबी की फसल का समर्थन मूल्य किसान की उत्पादन लागत का डेढ़ गुना घोषित करने की मांग करके किसानों को झूठी तसल्ली देना चाहती है। उन्होंने प्रदेश सरकार की पोल खोलते हुये कहा कि चुनाव पूर्व सपा सरकार ने घूम घूम कर किसानों से वादा किया था कि गेहूं, धान और गन्ने की फसल पर बोनस दिया जायेगा जिस पर सरकार मौन रूप धारण किये हुये है और केेन्द्र से किसानों को लागत मूल्य का 50 प्रतिषत लाभांष के तौर पर देने की मांग करके अपने दोषोें को दूसरों पर मढ़ रही है। वहीं दूसरी तरफ केन्द्र सरकार ने भी स्वामी नाथ कमेंटी रिपोर्ट लागू न करके किसानों के साथ धोखा किया है।

चौहान ने कहा कि कहने को तो प्रदेष सरकार इस वर्ष को “किसान वर्ष” के रूप में मना रही है लेकिन प्रत्येक स्तर पर किसानों का जमकर शोषण हो रहा है। असामयिक बरसात व बेमौसम की मार से प्रदेष में हर दिन किसान अपना दम तोड़ रहा है और मुआवजे के नाम पर किसानों को 100-200 रूपये के चेक दिये जा रहे हैं तथा फसल बर्बादी के आकंलन के नाम पर लेखपाल और अधिकारी किसानों का शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों के 10 हजार करोड़ रूपये चीनी मिल मालिकों ने दबा रखे हैं लेकिन सरकार की ओर से कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।

चौहान ने दोनों सरकारो पर हमला बोलते हुये कहा कि हैरत की बात है कि इस विषम परिस्थति में प्रदेश के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री विदेशी सैर सपाटा करके झूठी सुर्खियां बंटोरने में लगे हैं और फसल बर्बादी से आहत किसान प्रतिदिन दम तोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों ही सरकारे अपनी अपनी नाकामियों का ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ रही है और प्रदेश का किसान उसका शिकार हो रहा है। केन्द्र व राज्य सरकार केवल काजगी खानापूर्ति व झूठी हमदर्दी का दिखावा कर रही हैं। किसानों की दुर्दशा को देखते हुये हठधर्मिता को छोड़कर दोनों सरकारों को आगे आकर राहत कार्य में तेजी लानी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे पार्टी के कार्यकर्ता अपने अपने जनपदों में किसानों की हर सम्भव मदद करने के लिए तैयार रहते हैं।