जर्मनी में अखिलेश को सोलर पावर की तलाश
हनोवर ट्रेड फेयर में अखिलेश ने मैन्युफैक्चरिंग और आई0टी0 कम्पनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों से की मुलाकात
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से हनोवर ट्रेड फेयर के दौरान मैन्युफैक्चरिंग और आई0टी0 सेक्टर कम्पनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों ने मुलाकात की। रिन्यूवेबल इनर्जी पर ध्यान केन्द्रित करते हुए मुख्यमंत्री ने अपने उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमण्डल के साथ डिजिटल इण्डिया पैवेलियन तथा सोलर पी0वी0 मैन्युफैक्चरिंग कम्पनीज़ के लिए स्थापित हाॅल का भी दौरा किया।
प्रतिनिधिमण्डल ने पी0टी0सी0 इण्डस्ट्रीज़ के स्टाॅल का अवलोकन किया और कम्पनी के एम0डी0 सचिन अग्रवाल से भेंट की। पी0टी0सी0 इण्डस्ट्री उत्तर प्रदेश में स्थित है और भारत की प्रथम इन्वेस्टमेन्ट कास्टिंग फाउण्ड्री में से एक है। पी0टी0सी0 दुनिया की नामी-गिरामी कम्पनियों को कास्टिंग साॅल्यूशन, मशीन कम्पोनेन्ट और फैब्रिकेटेड पाट्र्स की सप्लाई करती है।
जर्मनी में सोलर पावर के क्षेत्र में फोटोवोल्टेइक की अधिकता है तथा वर्ष 2014 में कुल बिजली उत्पादन का 6.2 से 6.9 प्रतिशत तक का विद्युत उत्पादन इसके माध्यम से हुआ। पिछले कई साल से जर्मनी विश्व का सबसे बड़ा पी0वी0 इंस्टाॅलर है तथा स्थापित क्षमता के मामले में, फरवरी-2015 तक 38,458 मेगावाट्स के उत्पादन के साथ, अभी भी चीन, जापान, इटली तथा अमेरिका से आगे है।
श्री यादव ने कहा कि 12 प्रतिशत वार्षिक की दर से बढ़ती हुई बिजली की मांग के मद्देनजर जनता की जरूरतों को पूरा करने के मकसद से उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा नीति को पिछले वर्ष लागू किया गया। प्रदेश सरकार विद्युत की बढ़ती मांग की इस चुनौती से निपटने की तैयारी कर रही है। प्रदेश में इस समय 10 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है तथा 13 हजार मेगावाट अतिरिक्त विद्युत उत्पादन के लिए तेजी से कार्यवाही की जा रही है। इसके प्रति हमारी गम्भीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बजट में इसके लिए 29 हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। उन्होंने राज्य सरकार की उ0प्र0 रूफटाॅप सोलर फोटोवोल्टाइक पावर प्लाण्ट नीति-2014 का जिक्र करते हुए बताया कि इसके तहत अब लोग अपने घर की छत पर सोलर प्लाण्ट स्थापित कर सकते हैं।
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने प्रदेश में सोलर तथा रिन्यूवेबल इनर्जी में मौजूद सम्भावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राज्य की सौर ऊर्जा नीति बेहद आकर्षक है, जिसमें निवेशकर्ताओं के लिए तमाम प्रोत्साहन उपलब्ध हैं।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लागू ‘यू0पी0 360’ के माध्यम से आई0टी0 तथा ई-गवर्नेन्स का सभी स्तर पर क्रियान्वयन किया जा रहा है। श्री जी0एस0 नवीन कुमार ने बताया कि प्रदेश को उत्तर भारत का आई0टी0 हब माना जाता है। वर्ष 2012-13 में 4,296 मिलियन डाॅलर मूल्य के साॅफ्टवेयर का यहां से निर्यात हुआ, जो उत्तरी क्षेत्र से हुए निर्यात का 38 प्रतिशत है। उन्होंने लखनऊ में 100 एकड़ क्षेत्र में स्थापित किए जा रहे आई0टी0 सिटी का भी जिक्र किया। इस क्षेत्र एस0ई0जेड0 का दर्जा दिया गया है, ताकि निवेश को आकर्षित किया जा सके।