खुद को चरण सिंह का समर्थक बताकर मुलायम जनता को कर रहे हैं गुमराह: रालोद
लखनऊ । “जनता को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव द्वारा अपने को चौ चरण सिंह का समर्थक बताया जाना जनता को गुमराह करने की उनकी यह एक नई चाल है” यह आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि चौ0 चरण सिंह के विचारों में राष्ट्र, जाति और धर्म से उपर है लेकिन उन्होंने सिर्फ उनके नाम का सहारा लेकर सत्ता हथियानें की कोशिश की है। उनकी पूरी पार्टी व्यक्तिगत स्वार्थ व परिवारवाद पर चल रही है जिसके चौ0 चरण सिंह घोर विरोधी थे और रही बात चुनाव हारने की तो वह स्वयं भी 1980 में चुनाव हार चुके हैं और हमारे नेता चौ0 अजित सिंह और जयन्त चौधरी अपने बेदाग चरित्र के दम पर आज भी जनता के दिलों में बसते हैं।
चौहान ने सपा प्रमुख की कार्यशैली को चौ0 चरण सिंह के सपनों को नुकसान पहुंचाने वाला बताते हुये कहा कि करोड़ों किसानों की आस्था का केन्द्र किसान घाट पर उनके जन्मदिन 23 दिसम्बर और पुण्यतिथि 29 मई पर आज तक उन्हें श्रद्धांजलि देने नहीं पहुचंे और उनका अनुयायी होने का ढोंग करके अब जाट बिरादरी को गुमराह करने पर लगे हुये हैं। उन्होंने कहा कि उनके नाम से चलाई गयी नलकूप योजना, नहर विकास योजना के साथ साथ कई किसान तथा जनहित की योजनाओं को बन्द कर दिया या फिर नाम परिवर्तित कर दिया। अगर उनमें किंचित मात्र भी चौ0 साहब प्रति आस्था है तो उनके नाम की सभी योजनाए चालू करने के साथ साथ उनके नाम की नई योजनाएं भी चालू करें तथा पाठ्यक्रम में किसान मसीहा की जीवनी को लागू करें जिससे विद्यार्थी उनके आदर्शों को अपने जीवन में कंठस्थ करें।
चौहान ने जनप्रतिनिधियों को कमीशन खोर बताये जाने पर कहा कि उन्हें ऐसी योजनाएं तथा ऐसे कानून लागू करने चाहिए जिससे विधायक निधि का पैसा सीधे जनहित के कार्यों मंे लग सके। लेकिन उनके स्वयं के मंत्री और विधायकों की दलाली और कमीषन खोरी बंद हो जायेगी। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश के किसानों पर कुदरत अपना कहर बरपा रही है जिससे किसान दम तोड़ते जा रहे हैं और अफसर राहत कार्यों में चूक कर रहे है जिससे किसान भुगत रहे हैं और ऐसी विषम परिस्थिति में उनकी सुध लेने की बजाय सूबे के मुख्यमंत्री लाइन सफारी की चिंता करने के साथ साथ विदेशी दौरे की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ सैफई के विकास के लिए पूरे सूबे को मरणासन्न अवस्था में लावारिस छोड़ दिया है।