IPL 2015: हार के बाद इमरान ताहिर ने भाग्य को कोसा
नई दिल्ली : दिल्ली डेयरडेविल्स ने लगातार 11वीं हार का सामना करके आईपीएल में पुणे वारियर्स के रिकॉर्ड की बराबरी की और उसके स्टार लेग स्पिनर इमरान ताहिर का मानना है कि यदि भाग्य थोड़ा सा भी टीम का साथ दे तो यह सिलसिला टूट सकता है। डेयरडेविल्स ने पिछले दोनों मैच आखिरी गेंद पर गंवाये।
चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ उसे अंतिम गेंद पर छक्का चाहिए था लेकिन केवल चौका ही लग पाया जबकि आज राजस्थान रायल्स के खिलाफ उसकी टीम आखिरी गेंद पर चौका नहीं रोक पायी और तीन विकेट से हार गयी। मैच में चार विकेट लेने वाले ताहिर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, जब स्कोर चार विकेट पर 78 रन था तो हम अच्छी स्थिति में थे लेकिन रायल्स को भी श्रेय जाता है। उनके पास निचले क्रम में भी अच्छे बल्लेबाज हैं। जीत के लिये भाग्य की भी जरूरत पड़ती है। हम दोनों मैच में आखिरी गेंद पर हारे।
उन्होंने कहा, मैं भाग्य की बात इसलिए कर रहा हूं कि क्योंकि यदि आज आखिरी गेंद पर एक रन बनता तो मैं यहां अलग तरह की बात कर रहा होता। हम अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं लेकिन भाग्य हमारे साथ नहीं है। इस दक्षिण अफ्रीकी लेग स्पिनर ने हालांकि कहा कि टीम का आत्मविश्वास डिगा नहीं है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि यदि युवराज सिंह ने रन आउट का मौका और मनोज तिवारी ने दीपक हुड्डा का कैच नहीं छोड़ा होता तो स्थिति भिन्न होती।
ताहिर ने कहा, हमारा आत्मविश्वास डिगा नहीं है। सभी खिलाड़ी पेशेवर हैं लेकिन आखिर में परिणाम महत्वपूर्ण होता है। उम्मीद है कि हम जल्द ही हार का सिलसिला तोड़ने में सफल रहेंगे। यदि हमने वे दो मौके नहीं चूके होते तो मैच का नक्शा बदल जाता। उसने (हुड्डा) मौके का फायदा उठाया और मैच का नक्शा बदल दिया। दिल्ली डेयरडेविल्स ने पिछले दो साल में टीम में काफी बदलाव किये हैं लेकिन ताहिर को नहीं लगता कि इससे किसी तरह का प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टीम में बदलाव से असर पड़ रहा है। सभी खिलाड़ी अनुभवी हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं। वे जानते हैं कि कैसे सामंजस्य बिठाना है। हम अब भी सकारात्मक हैं और हमारी नजर अनुकूल परिणाम हासिल करने पर है। इसके लिये हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
ताहिर ने कहा कि वह दूसरे लेग स्पिनर अमित मिश्रा के साथ गेंदबाजी करने का पूरा आनंद उठा रहे हैं। उन्होंने कहा, वह बहुत अनुभवी हैं। जब वह दूसरे छोर से गेंदबाजी करते हैं तो उससे मुझे भी प्रेरणा मिलती है। मैं इससे पहले काउंटी क्रिकेट में एक और लेग स्पिनर शाहिद अफरीदी के साथ गेंदबाजी की थी और मैं अब मिश्रा के साथ गेंदबाजी करने का पूरा लुत्फ उठा रहा हूं।