देश में नफरत फैला रहे है यूपीए और संघ परिवार: कांग्रेस
नई दिल्ली: कांग्रेस ने रविवार को शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में मुस्लिमों के मताधिकार छीनने संबंधी लेख के बाद देश में नफरत फैलाने के लिए सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की कड़ी आलोचना की।
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को यहां पत्रकारों से कहा, “सामना सोचता है कि वह लोकतांत्रिक देश भारत में नहीं बल्कि तालिबानी सरजमीं पर है। हमारे देश की संस्कृति में सामना का कोई स्थान नहीं है।”
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने सवाल उठाया कि प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासनों के बावजूद क्यों लगातार सांप्रदायिक टिप्पणियां की जा रही हैं।
शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, “यह स्पष्ट है कि पार्टी में ऐसे तत्व हैं, जो टकराव पैदा कर समाज को बांटना चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के संसद में बार-बार आश्वासन देने के बावजूद भाजपा के वरिष्ठ नेता और संघ परिवार के सदस्य लगातार इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “उन्हें महसूस करना चाहिए कि उन्हें सुशासन मुहैया कराने के लिए चुना गया है, रोजाना हंगामा खड़ा करने के लिए नहीं।”
‘सामना’ के ताजा अंक में प्रकाशित लेख में शिवसेना नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने ‘ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन’ के नेता असदुद्दीन औवेसी को हैदराबाद के औवेसी भाई के रूप में संबोधित कर कहा, “जब तक मुस्लिम वोट बिकते रहेंगे, तबतक यह समुदाय पिछड़ा बना रहेगा और इसके नेता अमीर बनते चले जाएंगे।”
मराठी में लिखे लेख में राउत ने कहा है कि इसी वजह से शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि मुस्लिमों से मताधिकार छीन लेना चाहिए।