अवस्थापना परियोजनाओं में आने वाली बाधाएं फ़ौरन दूर हों
मुख्य सचिव ने तापीय विद्युत संयंत्र राष्ट्रीय राजमार्गाे सहित 16 परियोजनाओं की समीक्षा की
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन ने संबंधित जिलाधिकारियों एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार के सहयोग से उ0प्र0 में कार्यान्वित की जा रही परियोजनाओं को पूर्ण करने के बीच आ रही बाधाओं को प्राथमिकता से दूर कर त्वरित गति से कार्य कराये जांय।
मुख्य सचिव आज अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में कैबिनेट कमेटी आन इन्फ्रास्ट्रक्चर (सी.सी.आई.) प्रोजेक्ट मानिटरिंग गु्रप की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने एचपीसीएल द्वारा क्रियान्वित की जा रही रेवारी कानपुर परियोजना, एनएच-2 के वाराणसी-औरंगाबाद सेक्शन का निर्माण, नेवेली लिग्नाइट तथा उ0प्र0 राज्य विद्युत उत्पादन निगम लि0 के संयुक्त उपक्रम घाटमपुर तापीय विद्युत परियोजना ;3ग् 660 डॅद्ध मेजा तापीय विद्युत परियोजना ;2ग् 660 डॅद्ध सहित लगभग 10 राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा किया।
मुख्य सचिव ने समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि भूमि संबंधी तथा विद्युत लाईनों के स्थानांतरण सहित सभी प्रकरणों का आगामी 30 अप्रैल 2015 तक समाधान सुनिश्चित अवश्य करा लिया जाय।