कवि नीरज को मिलेगी ‘राष्ट्र रत्न सितार-ए-हिन्द’ की उपाधि
मुख्यमंत्री ने किया डाॅ0 गोपाल दास नीरज की पुस्तक ‘गीत श्री’ का विमोचन
साहित्य शिरोमणि सम्मान और 21 लाख रु0 की राशि से सम्मानित करने की घोषणा की
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रख्यात कवि पद्मभूषण डाॅ0 गोपाल दास नीरज द्वारा की गई आजीवन साहित्य सेवा के लिए साहित्य शिरोमणि सम्मान प्रदान करने तथा 21 लाख रुपए की राशि से सम्मानित करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि नीरज जी को ‘राष्ट्र रत्न सितार-ए-हिन्द’ की उपाधि से भी विभूषित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ0 उदय प्रताप सिंह को, उनकी आजीवन साहित्य साधना के लिए 21 लाख रुपए की पुरस्कार राशि के साहित्य शिरोमणि सम्मान दिए जाने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर डाॅ0 गोपाल दास नीरज की पुस्तक ‘गीत श्री’ का विमोचन करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। पुस्तक में नीरज जी के गीतों को संकलित किया गया है। इसके पूर्व श्री यादव ने नीरज जी को गुलदस्ता तथा अंगवस्त्र भेंट कर उनका अभिनन्दन किया।
श्री यादव ने कहा कि नीरज जी एक उच्च कोटि के साहित्यकार हैं जिन्होंने अपनी रचनाओं से साहित्य को नया आयाम दिया है। उनके गीत व कविताएं लोगों में काफी लोकप्रिय हैं। नीरज जी ने अपनी कविताओं के जरिये समाज को रास्ता दिखाने का काम किया है। हिन्दी फिल्मों के लिए नीरज जी द्वारा रचित गीतों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गीत आज भी लोगों में काफी लोकप्रिय हैं। समाजवादी सरकार हमेशा साहित्यकारों का सम्मान करती आयी है।
डाॅ0 नीरज जी ने कहा कि समाजवादी सरकार द्वारा हिन्दी व उर्दू के रचनाकारों को सम्मानित किए जाने से साहित्यकारों का हौसला बढ़ा है। कार्यक्रम के दौरान श्री नीरज ने अपनी कई लोकप्रिय रचनाओं का पाठ भी किया।
इस अवसर पर राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चौधरी, प्रमुख सचिव भाषा शैलेश कृष्ण, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल भी मौजूद थे।