दूसरे दौर की वार्ता भी विफल, जारी रहेगा मूल्यांकन बहिष्कार
लखनऊ: उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षक संघ (वित्तविहीन गुट) के प्रदेश अध्यक्ष लालबिहारी यादव के आह्वाहन पर 30 मार्च से शुरू यू0पी0 बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन बहिष्कार की आज आठवें दिन शाम 04.00 द्वितीय चक्र की वार्ता माध्यमिक शिक्षा मंत्री महबूब अली की अध्यक्षता में उनके आवास पर सम्पन्न हुई वार्ता में मौजूद समस्त शिक्षक संगठनों ने एक स्वर से कहा कि जब तक मुख्यमंत्री जी स्वयं वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय देने की घोषणा नही करते तब तक मूल्यांकन बहिष्कार जारी रहेगा। यह जानकारी संघ के प्रदेश महासचिव आफताब आलम खां ने दी।
खां ने बताया कि प्रथम चक्र की वार्ता कल शाम 05.30 बजे से कई घण्टे तक चली थी लेकिन कल भी कोई निर्णय नही निकल सका था। उल्लेखनीय है कि माध्यमिक शिक्षा संघ वित्तविहीन गुट 08 मार्च 2015 को प्रदेश सरकार को 4 सूत्रीय मांगो का ज्ञापन देते हुए चेतावनी दिया था कि मूल्यांकन के पूर्व यदि मांगे नही मानी गयी तो वे मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करेंगे। इस आशय का पत्र प्रदेश के विभिन्न शिक्षक संगठनों के अध्यक्षों को भी दिया गया था विभिन्न शिक्षक संगठनों ने एक साथ 30 मार्च से होने वाले मूल्यांकन कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया था। माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट ने 02 अप्रैल से अपना मूल्यांकन बहिष्कार वापस ले लिया उनके कुछ शिक्षक मूल्यांकन में जुटे किन्तु माध्यमिक शिक्षक संघ वित्तविहीन गुट के साथ ही अन्य शिक्षक संगठनों के शिक्षकों के विरोध स्वरूप प्रदेश के अधिसंख्य जनपदों मे मूल्यांकन कार्य पूरी तरह से बाधित रहा। कई जनपदों मे सैकड़ों शिक्षकों की गिरफतारी भी हुई। परिणामस्वरूप 05 अप्रैल को माध्यमिक शिक्षामंत्री महबूब अली ने अपने आवास पर सायंकाल 05.30 बजे अपने आवास पर समस्त शिक्षक संगठनों केनेताओं की बैठक बुलाई थी जो कल देर रात तक चली किन्तु शिक्षक संगठन के नेता अपनी इस मांग पर अड़े रहे कि सरकार विधानसभा चुनाव 2012 में चुनाव घोषणा पत्र में किए गये वादे को निभाते हुए माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षकों को सरकार द्वारा मानदेय दिया जाय