केन्या में यूनिवर्सिटी पर आतंकी हमला, 70 मरे
नैरोबी। पूर्वोत्तर केन्या के एक यूनिवर्सिटी पर कथित तौर पर अल शबाब आतंकवादी समूह के आतंकवादियों के हमले में कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 अन्य घायल हो गए। यह हमला आज सुबह 5.30 बजे हुआ। एक राहत एजेंसी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
केन्या के समाचारपत्र डेली नेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, केन्या के रेड क्रॉस अधिकारियों ने कहा है कि गेरिसा यूनिवर्सिटी कॉलेज में हमले के दौरान दो पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 56 लोग घायल हो गए। दो पुलिसकर्मियों और एक नागरिक को विशेष इलाज के लिए विमान से नैरोबी पहुंचाया गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोमालिया के अल-शबाब आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है। अपने रेडियो स्टेशन से उन्होंने कहा है कि हमने कई लोगों की हत्या कर दी और केन्याई लोग जब इसे देखेंगे तो हैरान रह जाएंगे।
हमला परिसर के अंदर बने मस्जिद से शुरू हुआ, जहां हमलावरों ने मस्जिद के मौलानाओं की गोली मार कर हत्या कर दी। गोलीबारी से बचे छात्रों ने बताया कि परिसर में कम से कम पांच हमलावर हैं। बहुत से अन्य छात्र और शिक्षक अभी भी बंधक बने हुए हैं।
इससे पहले, केन्या नेशनल डिसास्टर ऑपरेशंस सेंटर के हवाले से खबरें आई थीं कि बंदूकधारी अभी भी कॉलेज परिसर में हैं, जिससे सामूहिक हत्याओं की आशंका बनी हुई है। पुलिस महानिरीक्षक जोसेफ बोइनेट ने कहा कि छात्रावास की सुरक्षा करने वाले पुलिस अधिकारियों व हमलावरों के बीच एक मुठभेड़ हुई है।
उन्होंने कहा है कि यूनिवर्सिटी परिसर के अंदर हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं। अपने ट्विटर अकाउंट पर जारी एक बयान में उन्होंने कहा है कि छात्रावास में घुसते समय हमलावरों को मुंहतोड़ जवाब का सामना करना पड़ा। नेशनल पुलिस सर्विस कमीशन के अधिकारियों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को मिलाकर गठित एक संयुक्त बल घटनास्थल पर पहुंचा और छात्रावास में हमलवारों को मार गिराने की कार्रवाई के लिए मोर्चा संभाल लिया।
केन्या डिफेंस फोर्स और पुलिस भी यूनिवर्सिटी परिसर में दाखिल हुई। एक प्रत्यक्षदर्शी इस्माइल अब्दिकार ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन कई घायलों को अभी भी अस्तपताल पहुंचाया जाना बाकी है। बंदूकधारी सुबह की नमाज करने वाले मौलानाओं के वेश में कॉलेज के अंदर गए।
अब्दिकादिर ने सिन्हुआ को टेलीफोन पर बताया है कि कुछ घायलों के पैर काटने पड़े हैं और उनमें से अधिकांश को गोलियां लगी हैं। एक छात्र हमजा यूसुफ ने कहा है कि सुरक्षा बलों ने बंदूकधारियों को एक छात्रावास में पहुंचा दिया है। वे किसी को परिसर के अंदर नहीं जाने दे रहे हैं और इसे नियंत्रण में ले लिया है।
आधिकारिक खबरों के मुताबिक, 30 से ज्यादा छात्र सुरक्षित रूप से परिसर से भागने में कामयाब हुए हैं। परिसर से भागते समय गोलियों से घायल हुए छात्रों का उपचार किया जा रहा है। केन्या रेडक्रॉस और अन्य सहायता संगठन बचाव सेवाओं के लिए घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी समूहों से अभी भी संस्थान को खतरा है। सुरक्षा अधिकारी ने कहा है कि हमें पहले भी खतरा था और इसलिए संस्थान को अलर्ट किया गया था।