हिट एंड रन केस: सलमान के ड्राइवर ने कहा, गाड़ी मैं चला रहा था
मुंबई : अभिनेता सलमान खान के परिवार के ड्राइवर अशोक सिंह ने सोमवार को यहां सत्र अदालत को बताया कि 2002 के हिट एंड रन हादसे के समय सलमान खान नहीं बल्कि खुद वह गाड़ी चला रहा था। इस हादसे में एक व्यक्ति मारा गया था और चार अन्य घायल हुए थे।
28 सितंबर 2002 को नशे की हालत में उपनगर बांद्रा में एक बेकरी में अपनी लैंडक्रूजर गाड़ी को घुसा देने के आरोपी खान ने पिछले सप्ताह अदालत को बताया था कि सिंह कार चला रहा था। यह पहला मौका था जब सलमान खान ने यह खुलासा किया था। 42 वर्षीय अशोक सिंह आज बचाव पक्ष के गवाह के तौर पर हाजिर हुए और खान के बयान से पूरी तरह मिलता जुलता बयान दिया।
घटना का ब्यौरा देते हुए सिंह ने कहा, ‘एक टायर फटा और कार बायीं ओर घिसटती चली गयी….मैंने कार के स्टीयरिंग व्हील को घुमाने की कोशिश की लेकिन यह मुश्किल था। इसके बाद मैंने ब्रेक लगाने की कोशिश की लेकिन तब तक कार बेकरी की सीढ़ियों पर चढ़ चुकी थी।’ सलमान के वकील श्रीकांत शिवाड़े के सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने कहा, ‘मैं सदमे की हालत में था और सलमान बायीं तरफ बैठे थे। उन्होंने दरवाजा खोलने की कोशिश की लेकिन वह जाम हो गया था। मैं अपनी तरफ से उतरा जो कि दायीं ओर था।’ खान के लिए काम करने वाले एक अन्य ड्राइवर अल्ताफ ने उस दिन आधी रात के बाद करीब डेढ़ बजे सिंह को फोन कर सलमान खान को जे डब्ल्यू मैरियोट होटल से लेने को कहा था क्योंकि सलमान की तबीयत ठीक नहीं थी।
सिंह ने बताया कि वह आटो रिक्शा से होटल पहुंचा और अभिनेता को ड्राइवर की सीट पर बैठे देखा। गाड़ी का इंजन और एयर कंडीशनर चालू थ। अल्ताफ चला गया था और इसलिए सिंह ड्राइवर की सीट पर बैठ गया। सिंह ने बताया, इसके बाद सलमान उसकी बायीं ओर बैठ गये और सलमान के दोस्त कमाल खान तथा कांस्टेबल रविन्द्र पाटिल और पुलिस बाडीगार्ड पीछे की सीटों पर बैठे। सिंह ने बताया कि दुर्घटना के बाद उसने 100 नंबर पर फोन लगाया और पुलिस को सूचित किया। इसके बाद वह बांद्रा पुलिस स्टेशन गया और अधिकारियों को हादसे के बारे में जानकारी दी। उसे बाहर पड़ी एक बेंच पर बैठने को कहा गया।
जब सलमान वहां पहुंचे तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सिंह ने अदालत से कहा, मैंने अभिनेता से कहा कि उसे कुछ गड़बड़ लग रही है क्योंकि पुलिस ने उसकी (सिंह की) शिकायत या बयान दर्ज नहीं किया। विशेष सरकारी वकील प्रदीप घरात द्वारा पूछताछ किए जाने के दौरान सिंह ने इस बात से इंकार किया कि वह झूठा बयान दे रहा है क्योंकि उसे बहुत पैसा दिया गया है।
सिंह ने कहा कि वह सलमान के पिता सलीम खान के पास 1990 से काम कर रहा है। सरकारी वकील के एक सवाल के जवाब में सिंह ने इस बात से इंकार किया कि वह सलमान के लिए अपनी जान तक बलिदान करने को तैयार है लेकिन उसने स्वीकार किया कि वह परिवार के प्रति समर्पित है।
एक अन्य सवाल पर उसने कहा कि उसे पता था कि हादसे में एक व्यक्ति मारा गया है और अन्य घायल हुए हैं और उसने एक अपराध किया है। यह पूछे जाने पर कि जब उसे पता था कि खान को गलत तरीके से आरोपों का सामना करना पड़ रहा है तो इतने समय तक वह चुप क्यों रहा, सिंह ने कहा कि उसे पता नहीं था कि क्या करना है। जब घरात ने पूछा कि अब उसने मुंह खोलने का फैसला क्यों किया तो सिंह ने फिर से कहा कि पहले वह तय नहीं कर पा रहा था कि क्या करना है। उसने किसी वकील या किसी और से भी सलाह मशविरा नहीं किया था।
सिंह ने कहा कि सलीम खान द्वारा सलाह दिए जाने के बाद वह अदालत आया है। वह अभी भी खान परिवार के लिए काम कर रहा है। एक सवाल पर सिंह ने इस बात से इंकार किया कि यदि वाहन 100 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा हो तो टायर फटेगा। सिंह का बयान कांस्टेबल रविन्द्र पाटिल के बयान से उलट है जिसकी मामले की सुनवाई के दौरान टीबी से मौत हो चुकी है। पाटिल ने पहली शिकायत दर्ज करायी थी जिसमें कहा गया था कि शराब पीने के बाद सलमान खान कार चला रहा था।