मेरठ में गन्ना किसान की आत्महत्या दुर्भाग्यपूर्ण: डाॅ0 बाजपेयी
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 लक्ष्मीकान्त बाजपेयी ने किसान राकेश बंसल की आत्म हत्या के लिए मेरठ के मिल मालिको, पुलिस और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि गन्ना मिल मालिको पर 4 मुकदमें दायर होने के विरूद्ध भी इन मालिकों की कुर्की नहीं हुई। मेरठ की पुलिस व प्रशासन गन्ना मिल मालिकों से मिली हुई है।
डाॅ0 बाजपेयी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मिल मालिकों को विरूद्ध 08 फरवरी 2014 को थाना मवाना जनपद मेरठ में 78/14 मुकदमा कायम हुआ। इन मुकदमों में मिल मालिकों के विरूद्ध धाराऐं 420, 418, 264, 265, 467, 468 और 120 बी हैं। मुकदमें 381/14 में धाराऐं 420, 117, 418, 120 बी और गन्ना अधिनियम 17 (2) में पंकज उपाध्याय, ए0के0 मेहरा, सिद्धार्थश्रीराम पर दो मुकदमें और कायम हुए। 08 मार्च को 104/15 तथा 11 मार्च को 104/15 धाराओं में भी सिद्धार्थश्रीराम, ए0के0 मेहरा, राजेन्द्र खमा, पंकज उपाध्याय कुलदीप, डी0सी. वोकली और आर0के0 गंगवार पर कायम हुए। डाॅ0 बाजपेयी ने आरोप लगाया कि इन चारों मुकदमों में पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। किसान राकेश बंसल की आत्म हत्या अप्रत्यक्ष तौर पर गन्ना भुगतान न होने के कारण हुई। इन मुकदमों में दफा 82 में तो कार्यवाही हुई परन्तु दफा 83 में कुर्की की कार्यवाही नहीं की गई । मेरठ की पुलिस व प्रशासन गन्ना मिल मालिकों से मिले हुए है।
डाॅ0 बाजपेयी ने मांग की मेरठ की पुलिस और प्रशासन तत्काल इस आत्महत्या का संज्ञान ले तथा तुरन्त मिल मालिको के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करे।
आज माननीय प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 लक्ष्मीकान्त बाजपेयी मृतक किसान के यहां संत्वना देने पहुॅचे थे। उन्होंने कहा कि सरकार चाहे तो ये किसानों की आत्म हत्याओं का क्रम पूर्णरूप से बंद हो सकता है परन्तु सरकार किसानों के मामले में सो रही है। भारतीय जनता पार्टी बकाया गन्ना मूल्य दिलाने के लिए सदन से सड़क तक की लड़ाई लड़ती आयी है और आगे भी जारी रखेगी।
आज प्रदेश अध्यक्ष जी के साथ जाने वालों में जिला अध्यक्ष, महामंत्री, पूर्व विधायक, युवा मोर्चा अध्यक्ष , चेयरमैन तथा सैकड़ों कार्यकर्ता साथ पहुॅचे थे। सब लोगों ने परिवार को यह विश्वास दिलाया कि न्याय दिलाने के लिए पार्टी सदैव उनके साथ खड़ी रहेगी।