‘अंतिम विदेशी आक्रमणकारी भी लड़ाई से हटा’
ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत की हार पर दी डेली टेलीग्राफ़ की हेडलाइन
विश्व कप क्रिकेट के सेमी फ़ाइनल में गुरुवार को सिडनी में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली 95 रन की पराजय ऑस्ट्रेलियाई अख़बारों की सुर्खियां बनी है. इस जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया फ़ाइनल में न्यूज़ीलैंड से भिड़ेगा. ज्यादातर ऑस्ट्रेलियाई अख़बार इसे दो पड़ोसी देशों के मैच या एक परिवारिक मुक़ाबले के रूप में देख रहे हैं.
दी डेली टेलीग्राफ़ ने लिखा है, ”पिछली रात सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 95 रनों से हराया (एक बार फिर), इसके बाद से अंतिम विदेशी आक्रमणकारी भी लड़ाई से हट गया. खिताब की लड़ाई में अब न्यूज़ीलैंड ही रह गया है.”
हालांकि सभी ऑस्ट्रेलियाई अख़बारों ने सेमीफ़ाइनल में जीत की ख़बर को अपने पहले पन्ने पर जगह नहीं दी है. इससे पहले के मुक़ाबलों की ख़बरें अख़बारों के पहले पन्ने पर जगह नहीं बना पाई थीं. दी ऑस्ट्रेलियन ने स्टीवन स्मिथ के 105 रनों की पारी को बेजोड़ बताया है. अख़बार लिखता है कि रविवार को एमसीजी पर होने वाला विश्वकप क्रिकेट का फ़ाइनल दो पड़ोसी दशों का पारिवारिक मुक़ाबला होगा.
दी डेली टेलीग्राफ़ ने अपनी एक दूसरी ख़बर में लिखा है कि धोनी और भारत अपने खिताब की रक्षा कर पाने में पीछे रह गए. अख़बार लिखता है कि जब तक महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर थे, विश्व कप क्रिकेट के सेमीफ़ाइनल में भारत के लिए संभावनाएं थी, लेकिन उनके आउट होती ही वो भी ख़त्म हो गईं. ऑस्ट्रेलियाई अख़बार लिखते हैं कि इन गर्मियों में ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर अपना वस्चर्व बरकार रखा.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए टेस्ट मैचों और वनडे मैचों की त्रिकोणीय श्रृंखला में भी ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बुरी तरह हराया था. अब विश्व कप क्रिकेट के सेमीफ़ाइनल में भी उसे हरा दिया. इस तरह उसने अपना वस्चर्व कायम रखा है.