मुसलमानों के साथ हो रहा है धार्मिक भेदभाव: अशहद रशीदी
सपा सरकार को चुनावी वादे याद दिलाएगी जमीअत, अधिवेशन 28 मार्च को
तौक़ीर सिद्दीक़ी
लखनऊ: हिन्दुस्तान इस समय विकासशील देशों में सबसे आगे है और विकसित देशों से कदमताल मिलाकर चल रहा है अतः कुछ देशद्रोही ताक़तें इस वक्त लुभावने नारे लगाकर देश के विकास की बात करते हैं लेकिन उनके कार्यशैली देश को तबाह करने वाली है, देश के अल्पसंख्यक समुदाय के साथ धार्मिक भेद-भाव किया जा रहा है अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों मस्जिदों एवं चर्चों पर हमले किये जा रहे हैं जगह-जगह फसाद भड़काने की कोशिश की जा रही है। यह बात जमियत उलमा उ0प्र0 (लखनऊ) के प्रान्तीय अध्यक्ष मौलाना अशहद रशीदी ने आज एक प्रेस वार्ता में कही ।
यह प्रेस कांफ्रेंस 28 मार्च को रिफाहे आम ग्राउण्ड में जमियत उलमा उ0प्र0 के आयोजित होने वाले महाधिवेशन के सिलसिले में बुलाई गयी थी जिसमें उ0प्र0 के सभी जिलों से लाखों की तादाद में लोगों की शिरकत का अनुमान है। मौलाना ने प्रेस कांफ्रेंस में आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री विदेशी कम्पनियों के देश-प्रदेश में सरमायाकारी के लिये बुला रही है। क्या जिस देश में प्रदेश के शहर में फसाद होंगे वहां पर कोई व्यापारी व्यापार करने आयेगा? क्या अमन-शान्ति के बगैर कोई मुल्क विकास कर सकता है? क्या देश के नागरिकों के मौलिक अधिकार का हनन करके इंसाफ का खून करके कोई देश विकास कर सकता है। मौलाना ने कहा कि चूँकि जमियत उलमा ने सदैव देश में अमन शान्ति स्थापित करने, मज़लूमों और बेगुनाहों की मदद करने, सद्भावना एवं देश भक्ति को बढ़ावा देने जैसे कार्यों में सदैव आगे बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है। अतः देश की इस बिगड़ती स्थिति को देखते हुये जमियत ने आगे बढ़कर अपना कर्तव्य निभाने के लिये यह महाधिवेशन बुलाया है जिसमें जमियत के राष्ट्रीय अध्यक्ष, गरीबों, बेबसों एवं मुसलमानों के मसीहा, महान स्वतन्त्रता संग्राम सेना मौलाना हुसैन अहमद मदनी के उत्तराधिकारी हज़रत मौलाना अरशद मदनी का मुख्य वकतव्य होगा।
मौलाना ने कहा कि चूँकि देश के विकास में सत्य को बताने में, जुल्म और नाइंसाफी के विरूद्ध जंग लड़ने में, शुद्ध गणतन्त्र स्थापित करने में कानून का स्थापित करने में समाचार माध्यमों का किरदार सबसे अहम होता है अतः हम आपसे सहयोग प्रदान करने का आहवाहन करते हैं।
मौलाना ने कहा कि इस अधिवेशन में हम राज्य सरकार को भी यह याद दिलाना चाहते हैं कि उन्होंने चुनाव के समय में जो वादे मुसलमानों से किये थे और जिसके बलबूते मुसलमानों का वोट हासिल किया गया था उन वादों को अभी तक पूरा नहीं किया गया है जिसकी वजह से मुसलमानों का भरोसा सरकार से उठ रहा है। अतः जल्द से जल्द वह चुनावी वादे पूरे किये जायें। मौलाना ने हाशिमपूरा पी0ए0सी0 काण्ड के अदालती फैसले पर दुःख व्यक्त किया और कहा कि इंसाफ की लड़ाई के लिये हाशिमपुरा के मज़लूमों का मुकदमा आगे ले जाया जाये तो यकीनन ज़ालिमों को सज़ा मिलेगी एवं मज़लूमों को इंसाफ मिलेगा।