अंततः फाइनल में पहुंचा न्यूज़ीलैंड
एकबार फिर चोकर्स साबित हुआ साउथ अफ्रीका, घटिया फील्डिंग ने डुबोई लुटिया
ऑकलैंड: न्यूजीलैंड ने ईडनपार्क मैदान पर मंगलवार को खेले गए रोमांचक सेमीफाइनल मैच में दक्षिण अफ्रीका को चार विकेट से हराकर आईसीसी विश्व कप 2015 के फाइनल में जगह बना ली है। न्यूजीलैंड की टीम पहली बार फाइनल में पहुंची है। इस तरह दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड कप से बाहर हो गया है। दक्षिण अफरीका ने एकबार फिर सिद्ध कर दिया कि वह वाकई में चोकर्स हैं । न्यूज़ीलैंड की जीत में जितना हाथ उनकी अच्छी बल्लेबाज़ी का है उतना ही हाथ साउथ अफ्रीका की बेहद घटिया फील्डिंग का है । साउथ अफ्रीका ने इस अहम मुकाबले में दो महत्वपूर्ण कैच और दो शर्तिया रन आउट के मौके गंवाकर न्यूज़ीलैंड को मैच जीतने का पूरा अवसर प्रदान किय। शायद इसीलिए मैच ख़त्म होने के बाद सारे दक्षिण अफ़्रीकी खिलाड़ी मैदान में रो रहे थे।
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बारिश से बाधित मैच में 43 ओवरों में पांच विकेट पर 281 रन बनाए। बारिश में दो घंटे जाया होने के बाद मैच को प्रति पारी 43 ओवरों का सीमित किया गया और फि न्यूजीलैंड को 298 रनों का संशोधित लक्ष्य मिला। दक्षिण अफ्रीका के लिए फाफ डू प्लेसी ने 82, कप्तान अब्राहम डिविलियर्स ने नाबाद 65 और डेविड मिलर ने 49 रन बनाए।
जवाब में खेलने उतरी कीवी टीम ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम के तूफानी 59 रनों के बाद ग्रांट इलियट के नाबाद 84 और कोरी एंडरसन के 58 रनों की बदौलत 42.5 ओवरों में छह विकेट पर जीत हासिल कर ली। मार्टिन गप्टिल ने भी 34 तथा रॉस टेलर ने 30 रन बनाए। कीवी टीम सातवें प्रयास में फाइनल में स्थान बना सकी है। वह इस विश्व कप में लगातार आठ मैचों से अजेय है। दूसरी ओर, द. अफ्रीका चौथे प्रयास में भी फइनल में नहीं पहुंच सका। अब फाइनल में न्यूजीलैंड का सामना 26 मार्च को भारत तथा ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल मैच के विजेता से होगा। फाइनल 29 मार्च को मेलबर्न में होगा।
दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 281 रन बनाए लेकिन लक्ष्य को डकवर्थ लुईस के आधार पर दोबारा तय किया गया क्योंकि ईडन पार्क पर बारिश के कारण लगभग दो घंटे खेल रूकने के कारण मैच को 50 ओवर की जगह 43 ओवर का कर दिया गया। मिलर ने अपनी पारी में छह चौके और तीन छक्के मारे। वह विश्व कप में सबसे तेज अर्धशतक के रिकार्ड की बराबरी करने से चूक गए।
कप्तान एबी डिविलियर्स ने भी 45 गेंद में 65 रन की नाबाद पारी खेली जबकि फाफ डु प्लेसिस ने 107 गेंद में सर्वाधिक 82 रन बनाए। मिलर ने हालांकि अंतिम ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 38 ओवर के बाद तीन विकेट पर 216 रन था लेकिन मिलर की पारी की मदद से टीम ने अंतिम पांच ओवर में 65 रन जोड़े।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका को शुरूआत में परेशानी हुई। तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने दोनों सलामी बल्लेबाजों हाशिम अमला (10) और क्विंटन डि काक (14) को जल्दी पवेलियन भेजा जबकि टीम का स्कोर आठवें ओवर में 31 रन तक ही पहुंचा था। अमला और डिकाक दोनों को जीवनदान मिला लेकिन वे इसका फायदा नहीं उठा पाए।
बोल्ट इन दो विकेट के साथ किसी एक विश्व कप में न्यूजीलैंड की ओर से सर्वाधिक विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज बने। बोल्ट के इस टूर्नामेंट में सर्वाधिक 22 विकेट हो गए हैं। उन्होंेने ज्यौफ एलोट को पीछे छोड़ा जिन्होंने 1999 में 21 विकेट हासिल किए थे। न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रैंडन मैकुलम ने आक्रामक रूख अपनाया और एक समय वह पांच स्लिप और एक गली के साथ आक्रमण कर रहे थे। डु प्लेसिस और रिली रोसेसु ने तीसरे विकेट के लिए 83 रन जोड़कर पारी को संभाला। रन बनाना आसान नहीं था लेकिन इन दोनों ने सतर्कता से बल्लेबाजी करते हुए डिविलयर्स और मिलर के लिए शानदार मंच तैयार किया।
कोरी एंडरसन ने रोसेयु को मार्टिन गुप्टिल के हाथों कैच कराके इस साझदेारी को तोड़ा। उन्होंने 53 गेंद की अपनी पारी में दो चौके और एक छक्का मारा। डिविलियर्स इसके बाद क्रीज पर उतरे और उन्होंने जल्द ही अपनी टीम को हावी कर दिया। वह 36वें ओवर में भाग्यशाली भी रही जब एंडरसन की गेंद पर केन विलियमसन ने उनका कैच टपका दिया। दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने अगली ही गेंद पर छक्का जड़ा और फिर इसी ओवर में दो और चौके जड़कर अपने इरादे जाहिर कर दिए।