नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता के लिए किसी तीसरे पक्ष के लिए स्थान नहीं है। अपना पक्ष और म जबूती से रखते हुए विदेशी मामलात मंत्री सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि गलतफहमी और गलतबयानी के लिए इस मामले में कोई जगह नहीं है।

सैयद अकबरूद्दीन ने यह कहकर हुर्रियत पर अपने रूख को स्पष्ट किया। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने हुर्रियत नेताओं को पाकिस्तान दिवस पर यह कहते हुए न्यौता दिया था कि भारत को इससे कोई गुरेज नहीं है। अकबरूद्दीन ने कहा कि भारत सरकार स्वयं के लिए खुद ही बोला करती है। 

अकबरूद्दीन ने कहा कि भारत पाकिस्तान से जुड़े मुद्दों में केवल दो ही पक्ष हैं, तीसरे पक्ष के लिए कोई स्थान नहीं है। जितने भी मामले दोनों पक्षों के बीच लंबित हैं उनके समाधान के लिए शिमला समझौते और लाहौर घोषणा के तहत दि्पक्षीय वार्ता ही मात्र रास्ता है। 

इससे पहले पाकिस्तान उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को पाक दिवस में आमंत्रित करने के मुद्दे पर कहा था कि, मैं नहीं मानता कि भारत सरकार को इस पर आपत्ति है। मैं तो अपने मीडिया मित्रों को सलाह दूंगा कि किसी नॉन-सेंस बात को मुद्दा ना बनाएं।