वाणिज्यकर कर्मिकों ने फूॅका पुलिस का पुतला
24 मार्च से मनाएंगे धिक्कार दिवस
लखनऊ । संचल दल वाणिज्यकर दस्तें के चालक राम विलाास गौड एवं सेवक नारायण यादव की गिरफ्तारी के मामलें में चालक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का प्रदेश व्यापी कार्य बहिष्कार के सातवे दिन मुख्यालय पर चालक संघ के महामंत्री सुरज कुमार यादव और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के महामंत्री सुरेश यादव की उपस्थिति में पुलिस प्रशासन का पुतला फूॅका गया। इस दौरान निर्णय लिया गया है कि 24 मार्च से विभागीय अधिकारियों के खिलाफ धिक्कार दिवस मनाया जाएगा। मुख्यालय पर चालक संघ और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों नें जमकर नारेबाजी करते पुलिस प्रशासन का पुतला फूॅका। इस दौरान कर्मचारी नेता हरिप्रसाद, मंजू शुक्ला, ओमप्रकाश श्रीवास्तव, रामजी यादव, विमल कश्यप, अली हुसैन, नादिर अली,संजीव कुमार, प्रेम प्रकाश, वीरेन्द्र कुमार शुक्ला, लाला श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार, रज्जब अली, अजहर हली, राजवीर सिंह मेरठ, सौरभ मिश्रा,तरून गौतम, राजेश यादव, के.वी.शुक्ला, अवधरामपाल मौजूद आदि मौजूद थे। दो कर्मचारियों की रिहाई न होने के चलते विभाग में पिछले छह दिनों दिनों से चल रहे चालक संघ और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के आन्दोलन से राजस्व वसूली पूरी तरह से पटरी से उतर गई हैं। विभागीय चालकों की हड़ताल से कुछ एक अधिकारी टैक्सी से आ जा रहे है, लेकिन राजस्व वसूली मार्च के संवेदनशील महीने में पटरी से उतर चुकी है। इसके बावजूद न तो विभागीय अफसर इस मामले में आगे आ रहे है न ही सरकार की तरफ से कोई कदम उठाया गया है।
ज्ञात हो कि इस मामले में उ.प्र. राज्य वाणिज्यकर सलाहकार समिति के अध्यक्ष हुलास राय सिंघल मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी बनारस, एसएसपी बनारस को पत्र लिखकर तत्काल उक्त कर्मिकों को दोष मुक्त कर रिहा करने के लिए पत्र भेज चुके है। उधर वाणिज्यकर प्रशासन की चुप्पी से नाराज चालक संघ और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ ने आन्दोलन को तेज करने का निर्णय लिया है। चालक संघ के महामंत्री सूरज कुमार यादव और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के महामंत्री सुरेश सिंह यादव ने बताया कि जब संचल दस्ते में कई अधिकारी और पुलिस कर्मी भी मौजूद थे तो केवल चालक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की गिरफ्तारी क्यो की गई। उन्होंने बताया कि आज भी इस उत्पीड़न घटना के विरोध में प्रदेश मुख्यालय, मीरा बाई मार्ग जोनल कार्यालय, वाराणसी, फैजाबाद, इलाहाबाद, आगरा, झांसी, मुरादाबाद, बरेली, नोएड़ा आदि कार्यालय में मण्डलीय पदाधिकारियों के नेत‘त्व में पुलिस विरोधी नारे लगाए गए तथा इस दौरान चालक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मिक कार्य से विरत रहे। उन्होंने बताया कि चालकों एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के कार्य से विरत रहने के कारण राजस्व की हानि बढ़ती जा रही है लेकिन सरकार कोई हस्तक्षेप नही कर रही है।उन्होंने बताया कि अगर उ.प्र. राज्य वाणिज्यकर सलाहकार समिति के अध्यक्ष हुलास राय सिंघल के पत्राचार के बाद भी उक्त दोनों कार्मिकों की बिना शर्त रिहाई न की गई तो 25 की बैठक में चालक संघ के अध्यक्ष संजीव सिंह, महामंत्री सूरज कुमार यादव तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष संजय कुमार तिवारी और सुरे’ा सिंह यादव की उपस्थिति में उग्र आन्दोलन की घोषणा की जाएगी।