बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन का होगा बहिष्कार
माध्यमिक शिक्षक संघ के नेताओं ने शुरू किया जिलों में संपर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामजन्म सिंह की अध्यक्षता में 2-42 रायल होटल में प्रांतीय कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक रविवार को हुई। संचालन महामं़त्री अवनींद्र पांडेय ने किया। बैठक में प्रदेशीय कोषाध्यक्ष इरफान अहमद, उपाध्यक्ष जयचंद्र द्विवेदी, रामयज्ञ सिंह, वीरेंद्र सिंह, केके शुक्ला, संजय मिश्र रजोल, शरद मिश्र सिंधु, कमलनारायण शुक्ल शिवदत्त वाजपेयी आदि सहित बडी संख्या में प्रदेश भर से आए शिक्षक मौजूद रहे।
प्रदेशअध्यक्ष रामजन्म सिंह ने कहा कि अनेक आश्वासनों के बाद भी सूबे की सरकार तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण के लिए शासनादेश जारी नहीं कर रही है। वित्तविहीन शिक्षकों का जीवनस्तर निरंतन सरकार की उपेक्षा के चलते गिरता जा रहा है। हम उन्हें सम्मानजनक वेतन दिलाने के लिए संघर्ष का ऐलान करते हैं। महामंत्री अवनींद्र पांडेय ने कहा कि इसके लिए संगठन ने बोर्ड परीक्षाओं के मूल्यांकन के बहिष्कार का निर्णय लिया है। श्री पांडेय ने कहा कि आंदोलन को सफल बनाने के लिए पूरी रणनीति तय कर ली गई है। इन मांगों के अलावा 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना, सीटी से एलटी वेतनक्रम में संविलियत अध्यापकों को सीटी सेवा का लाभ दिलाने की मांगों को भी लडाई का आधार बनाया गया है। प्रदेश कोषाध्यक्ष इरफान अहमद ने कहा कि हम शिक्षा विभाग से भ्रष्टाचार को समाप्त कराने के लिए संकल्पित है।कंप्यूटर और व्यवसायिक शिक्षकों को पूर्ण शिक्षक का दर्जा दिलाना हमारे संघर्ष की प्राथमिकता है।
नेताओं ने बताया कि हमारे दबाव का ही परिणाम है कि सरकार ने परीक्षा संबंधी देयों का भुगतान कराना शुरू करा दिया है। सभी ने बताया कि मांगें पूरी होने तक मूल्यांकन बहिष्कार जारी रहेगा। इसके लिए संगठन के वरिष्ठ नेताओं ने जिलों का दौरा शुरू कर दिया है।