सद्भावना व भाईचारा ही हमारे देश की ताकत: अखिलेश
मुख्यमंत्री ने मेरठ में 59634.872 लाख रु0 की परियोजनाओ का लोकार्पण व शिलान्यास किया
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की समृद्धि और विकास के प्रति समाजवादी सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाते हुए आज मेरठ में 59634.872 लाख रुपए की 60 परियोजनाओं का बटन दबाकर लोकार्पण व शिलान्यास किया। इसमें 15239.982 लाख रुपए की 35 योजनाओं का लोकार्पण तथा 44394.890 लाख रुपए की 25 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इन विकास योजनाओं से मेरठ जनपद सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश का विकास सम्भव होगा। उल्लेखनीय है कि ऐसी ही विकासपरक योजनाएं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों में भी संचालित की जा रही हैं, जिनसे इस क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित सद्भावना रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि मेरठ का पुराना इतिहास रहा है। 1857 की क्रान्ति की प्रथम ज्योति इसी पावन धरा से प्रज्ज्वलित हुई थी। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई सभी धर्मों के लोगों ने एक साथ मिलकर लड़ी है, इसी सद्भावना के चलते भारत को आजादी प्राप्त हुई। उन्होंने कहा कि सद्भावना व भाईचारा ही हमारे देश की ताकत है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी एकता और भाईचारा व सद्भावना को हर कीमत पर बनाए रखना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का संविधान हमारी ताकत है और हमारी पहचान है। उन्होंने कहा कि आज देश में कुछ ताकतें समाज में भेदभाव कर लाभ उठाने का काम कर रही है, लेकिन समाजवादी सरकार ऐसी ताकतों को करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि जनता खुशहाली चाहती है और राज्य सरकार प्रदेश को खुशहाली की तरफ ले जा रही है। समाजवादी सरकार ने हर वर्ग और जाति के लिये उनके बीच में जाकर काम किए हैं और कर रही है। उन्होंने कहा कि नौजवान इस देश और प्रदेश की ताकत है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय युवाओं का होगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में युवाओं की संख्या अधिक है। हमें उनके लिये काम करना होगा, उनको जोड़ना होगा, ताकि हमारे युवा सही दिशा में चल सके।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने लैपटाॅप बांटकर ग्रामों की युवा पीढ़ी को नई तकनीकी से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने हमेशा किसानों के हित मे कार्य किए हैं। वह सोचती है कि किसानों को और अधिक सुविधा मिलें, जिससे हमारे किसान और अधिक खुशहाल बन सके। उन्होंने कहा कि इस वर्ष को हम ‘किसान वर्ष’ के रूप में मना रहे हैं और हम हर फैसला किसानों के हक में लेंगे। उन्होंने कहा कि हम किसानों की पूरी मदद करेंगे पूरी सुविधा देंगे।
श्री यादव ने कहा कि वर्षा और ओलावृष्टि से प्रदेश में किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों के लिए 200 करोड़ रुपए की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों के गन्ने मूल्य के भुगतान की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि गन्ना किसानों का गन्ना मूल्य का भुगतान हो, चीनी मिलें चलें और चीनी के दाम भी न बढें़। उन्होंने कहा कि गत वर्ष भी उन्होंने बजट में 700 करोड़ रुपए की व्यवस्था कर गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान किया था और इस वर्ष भी बजट में गन्ने मूल्य के भुगतान की व्यवस्था की जा रही है।
श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार गरीबों के लिये भी हर सम्भव कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 40 लाख गरीब परिवारों को 500 रुपए प्रतिमाह की दर से समाजवादी पेंशन प्रदान करन का कार्य किया है, जिससे जहां गरीब परिवारों को आर्थिक सहयोग मिलेगा तथा वहीं उनका मान सम्मान भी बढ़ेगा। उन्होंने प्रदेश में बुनकरों की चर्चा करते हुए कहा कि वह प्रदेश के बुनकरों के लिये भी तेजी से कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि बुनकरों के लिये प्रदेश के तीन बड़े शहरों लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद में 600 करोड़ रुपए की लागत से बुनकर बाजार बनाए जाएंगे, जिसमें बुनकरों को मुत में स्थान उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि उनको बाजार की एक अच्छी सुविधा प्राप्त हो सके। उन्होंने दुग्ध उत्पादन पर चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार दूध का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में भी कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में अमूल द्वारा भी प्रदेश में तीन प्लाण्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि कामधेनु व मिनी कामधेनु योजना के तहत प्रदेश के लोगों को ब्याज रहित ऋण प्रदान किया जा रहा है, जो दुग्ध उत्पादन की दिशा में एक अच्छा कदम है।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार हर वर्ग और हर व्यक्ति को सम्मान प्रदान कर रही है और इसी दिशा में प्रदेश सरकार ने श्रवण यात्रा शुरू की है। उन्हांेने कहा कि हस्तिनापुर में नैनसिंह व हातमसिंह के नाम से शीघ्र ही पार्क व स्मारक बनवाएगी। मुख्यमंत्री ने शानदार सद्भावना रैली के आयोजन के लिये श्री अतुल प्रधान को बधाई दी।