सैफई में सिमट कर रह गयी है समाजवादी पार्टी: बीजेपी
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि संगठनात्मक गतिविधियों और प्रदेश की जनता में भाजपा की बढ़ती पकड़ से समाजवादी पार्टी भयभीत हो रही हैं। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी द्वारा भाजपा पर व्याकुलता व उतावलेपन का बयान दिये जाने को सपा की घबराहट का नतीजा बताया। श्री पाठक ने कहा जय प्रकाश नारायण और लोहिया को अपना आदर्श बताने वाले तथाकथित समाजवादियों की पार्टी एक पूरे परिवार (सैफई परिवार) में सिमट कर रह गयी है। एक परिवार की पार्टी सपा को भाजपा की संगठनात्मक कार्यशैली व राष्ट्रवाद के प्रति सर्मपण की बात समझ में नहीं आती ।
पार्टी मुख्यालय पर सोमवार को चर्चा के दौरान प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने सपा प्रवक्ता पर हमलावर होते हुए कहा कि हम तो 2017 में जब चुनाव हो तों उसमें भाजपा की सरकार बने इसके लिए रणनीति भी बना रहे, और कैसे हमारा जनाधार विस्तार हो इस पर काम कर रहे हैं किन्तु समाजवादी पार्टी क्यों घबराहट में हैं। जैसा कि सपा प्रवक्ता खुद कह रहे है कि 2017 में समय है तो बार-बार अपनी पार्टी की बैठको में उपचुनाव के बाद से ही ’जोश बना रहे’ ताकि 2017 में वापसी हो सके क्यों सपा प्रमुख बोलते हैं अभी जब सपा कार्यकत्र्ताओं की बैठक हुई थी तो 2017 में वापसी हो पर ही जोर रहा।
उन्होंने कहा कि हम समाजवादी पार्टी की तरह सच से आंखे नहीं चुराते कि बात उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर हो और तर्क की बडा राज्य है,ं बाकी राज्यों से कम है अपराध की वकालत जबकि सच तो यह है कि बडे राज्य की सत्ता में भी तो हैं। बहुमत की सरकार जनहित में काम भी तो करें। लोकतंत्र की दुहाई देते नेता अपने ही योजनाओं से विचलित होते नजर आते हैं । घोषणा पत्र के किए गये वादों को पूरा करने कर दम्भ भरते सपाई क्यों नही बताते कि क्या किसानों के कर्ज माफ हो गये।
श्री पाठक ने कहा विकास में राजनीति नही की बात करने वाली मोदी सरकार लगातार प्रदेश सरकार के प्रति सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए विकास की विभिन्न परियोजनाओं को मूर्तरूप देने में जुटी हैं। यहां तक की केन्द्रीय मंत्रीगण लगातार संवाद कायम करते हुए मुख्यमंत्री को पूर्ण सहयोग देने मे जुटे है, पर अपने आंतरिक कारणों और प्रशासनिक अक्षमता के कारण सरकार बजट का पैसा नहीं खर्च पर रही है तो उसके लिए प्रदेश से भाजपा के सांसद और मंत्री कैसे जिम्मेदार हो सकते हैं केन्द्र सरकार राज्यों को अधिकार सम्पन्न बनाते हुए अधिक धनराशि विकास के लिए मिले इसकी पहल करती है। मोदी सरकार के ’सहकारी संघवाद’ से उत्तर प्रदेश को फायदा होगा। केन्द्रीय करों में हिस्सेदारी बढने से उत्तर प्रदेश को अब 94313 करोड रूपये मिलेगें।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सपा भाजपा की चिता के बजाय अपनी पार्टी और सरकार के अलग-अलग सुरों को देखे तो बेहतर होगा। राज्य में अखिलेश सरकार को सत्तारूढ़ हुए तीन वर्ष का समय बीत चुका है लेकिन सपा सरकार भ्रष्टाचार, ध्वस्त कानून व्यवस्था, महिला सुरक्षा, किसानों, युवाओं से किये गये अपने वादों को पूरा कर पाने में पूरी तौर पर असफल रही है।