रसूले खुदा के बाद पैदा हुए हालात का समझना जरूरी: मौलाना हसनैन बाकिरी
लखनऊ: मजलिसे ओलमाये हिन्द के तत्वाधान मौलाना सय्यद कल्बे जव्वाद नक्वी की सरपरस्ती में आयोजित हो रही साप्ताहिक धार्मिक कक्षाओं में इस हफ्ते मौलाना सय्यद हसनैन बाकिरी ने नौजवानों से सीरते जनाबे फातिमा जहरा और उनकी शहादत से सम्बंधित गलतफहमियों के टापिक पर खिताब किया ।मौलाना ने कहा कि अगर सही इस्लाम को समझना है तो हमें वफाते रसूले इस्लाम के बाद पैदा हुए हालात का बगौर जायजा लेना होगा और इन हालात को समझने के बाद ही हम हकीकी पैगामे इस्लाम तक पहूंच सकते हैं ।आज जिस तरह इस्लाम के नाम को बदनाम किया जा रहा है उसकी एक वजह ये भी है कि लोग वफाते रसूले खुदा के बाद पैदा हुए हालात को समझने का प्रयास नही करते हैं । मौलाना ने नौजवानों से जनाबे फातिमा जहरा की शहादत से मुताल्लिक मौजूद शुबहात और गलतहमियों के सन्दर्भों के साथ उत्तर भी दिए ।