अनाज वितरण का सच: अब तक सिर्फ 10 फीसदी परिवारों को ही मुफ्त दाल
नई दिल्ली: पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश में सरकार ने तीन महीने तक हर परिवार को एक किलो दाल भी मुफ्त में दिए जाने का ऐलान किया है। हालांकि अप्रैल के महीने में महज एक सप्ताह का वक्त ही बचा है और अब तक सिर्फ 10 फीसदी परिवारों तक ही मुफ्त दाल पहुंच पाई है। आंकड़ों के मुताबिक केंद्र सरकार की ओर से इस स्कीम के लिए 1,95,531 मीट्रिक टन दाल राज्यों को दी जानी है। केंद्र ने अपने इस कोटे में से 1,22,312 मीट्रिक टन दाल रिलीज कर दी है। इसमें भी अब तक राज्यों को भेजी गई दाल की मात्रा 44,932 मीट्रिक टन ही है। यही नहीं राज्यों को अब मिली दाल की मात्रा इससे भी कम है।
राज्यों के पास अब तक 34,768 मीट्रिक टन दाल पहुंच चुकी है। इसके अलावा लाभार्थियों की बात की जाए तो कुल लक्ष्य का 10 फीसदी हिस्सा ही उन्हें मिल पाया है। विभिन्न राज्यों में अब तक 19.496 मीट्रिक टल का वितरण ही लाभार्थियों के बीच हो पाया है। कृषि मंत्रालय के तहत आने वाले विभाग नेफेड को दालों की सप्लाई का जिम्मा दिया गया है। नेफेड के मुताबिक देश के 36 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 19.55 करोड़ परिवारों को एक किलो मुफ्त दाल का वितरण होना है।
उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, झारखंड समेत कई राज्यों में लाभार्थियों की संख्या अधिक होने के चलते आपूर्ति और वितरण में देरी हो रही है। इस समस्या को दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार के मुताबिक अब तक देश के 39.3 करोड़ लाभार्थियों को लॉकडाउन की अवधि में 5 किलो मुफ्त राशन दिया जा चुका है। सरकार के बयान के मुताबिक अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ओर से 40 लाख टन राशन उठाया जा चुका है। इसमें से 39 करोड़ लाभार्थियों के बीच अब तक 19.63 लाख टन राशन का वितरण किया जा चुका है। खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि बिहार के 7.4 लाख अतिरिक्त लोगों के लिए भी राशन जारी किया गया है।