विदेशों में फंसे भारतीय कामगारों का दर्द समझे सरकार: राहुल गाँधी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल मंगलवार को लॉकडाउन की अवधि बढ़ाते हुए इसे 3 मई तक जारी रखने का ऐलान किया था। आज गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन को लेकर नई गाइडलाइन्स जारी की हैं। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ऐसी मुश्किल घड़ी में हमें उन हजारों भारतीय मजदूरों के बारे में सोचना चाहिए जो अपने परिवार से मिलने के लिए बेताब हैं। कोरोना वायरस संकट और देशव्यापी लॉकडाउन के चलते भारी संख्या मजदूर अलग-थलग बेहाल पड़े हैं। सरकार को हमारे इन भाइयों-बहनों के हित में सोचते हुए फ्लाइट्स की व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि ये घर पहुंच सकें।
इससे पहले राहुल गांधी ने सुझाव दिया था कि कोरोना वायरस हॉटस्पॉट को अलग करते हुए अन्य क्षेत्रों में व्यापार को फिर से खोलने की अनुमति देनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि पूरे देश में एक ही तरह का लॉकडाउन लागू करने से करोड़ों किसानों, मजदूरों और कारोबोरियों को दिक्कत झेलनी पड़ रही है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में यह भी कहा था कि किसानों, मजदूरों व व्यापारियों को एक ही पैमाने से नहीं देखना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया, किसानों, श्रमिकों, दिहाड़ी मजदूरों, व्यापारियों सभी को एक पैमाने से नहीं देखा जा सकता। पूर्ण लॉकडाउन कई वर्गों के लिए विपदा बन गया है। देश को स्मॉर्ट समाधान की जरूरत है। बड़े स्तर पर टेस्ट, वायरस हॉटस्पॉट की पहचान और घेराव, बाकी जगहों पर सावधानी से धीरे-धीरे कामकाज शुरू होना चाहिए।