भारत की आपातकालीन सेवा ने सबसे पहले कोविड-19 की चुनौतियों को स्वीकार किया
कोविड-19 के कारण वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के समय में जब राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को बढ़ाया जा चूका है तब भारत में अवाया ऊर्जावान और बहादुर "यूपी डायल 112" की टीम को धन्यवाद देती है। इसमें काम कर रहे साहसी कांटेक्ट सेंटर एजेंट्स, जो लाखों नागरिकों की सेवा कर रहे हैं, अब घर से काम करने में सक्षम हैं।
यूपी 112, के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी), उत्तर प्रदेश पुलिस, यूपी, असीम अरुण ने कहा, “दुनिया भर में कोरोनोवायरस के प्रभाव से व्यावसायिक कार्यक्षमता और नागरिक सुरक्षा बुरी तरह प्रभावित हुई है, इस स्थिति में टेक्नोलॉजी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। हमें खुशी है कि अवाया हमें तकनीकी स्तर पर मदद कर रही है, जिसके कारण हमारे कर्मचारियों को घर से काम करने और किसी भी विपत्ति के समय आने वाले कॉल को उसी वक्त सुनकर जल्द से जल्द उचित कार्यवाही करने में सक्षम बनाएगी।”
तीन साल पहले, अवाया ने पुलिस आपातकालीन प्रबंधन प्रणाली के लिए "यूपी डायल 112 " प्रोजेक्ट (पूर्व में यूपी डायल 100) शुरू किया, जो उत्तर प्रदेश के सभी शहरी, ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को संकट के समय में तत्काल मदद पहुंचाने के लिए तैयार किया गया है। अवाया ने अपने आपातकालीन कॉल सेंटर के निर्माण के लिए यूपी सरकार के साथ काम किया, जिस पर प्रति दिन 1.2 मिलियन से अधिक कॉल आते हैं। इसमें 60% कॉल ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं, जिन पर औसतन प्रतिक्रिया समय 13.5 मिनट (पहले 35 मिनट) होता है।
इस सुविधा को पुरे राज्य में 24×7 सार्वजनिक सुरक्षा के लिए एक ही नंबर '112' के माध्यम से आग, पुलिस, एम्बुलेंस, बुजुर्गों की मदद, स्वास्थ्य और महिला हेल्पलाइन जैसे त्वरित और एकीकृत आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, ताकि लोगों तक जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सकें। इसमें वायरलाइन, मोबाइल, ई-मेल और सोशल मीडिया सहित कई संचार चैनलों पर प्रतिक्रिया दी जा सकती है। अवाया टेक्नोलॉजी के माध्यम से, यूपी 112 की टीम अब घर से काम कर रही है।