मुसलमानों को बलि का बकरा बनाना कोरोना की दवा नहीं: ओवैसी
हैदराबाद:कोरोना वायरस का प्रकोप भारत में बढ़ता ही जा रहा है। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ाने के लिए कई लोग सोशल मीडिया पर तबलीगी जमात को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। एक ऐसे ही ट्वीट पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। असदुद्दीन ओवैसी ट्वीट कर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है।
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके लिखा, "बिना किसी प्लानिंग के लागू किए लॉकडाउन और COVID-19 के लिए किए गिए मामूली उपाए से निपटने की कोशिशों की आलोचना से बचने का मिलाजुला प्रयास किया जा रहा है। BJP के प्रचारकों को मालूम होना चाहिए कि वे व्हॉट्सऐप फॉरवर्ड के जरिए कोरोना वायरस को नहीं हरा सकते। ना ही 'मुस्लिमों को बलि का बकरा बनाना कोरोना की दवा है और ना ही यह पर्याप्त टेस्टिंग का ऑप्शन है।''
असदुद्दीन ओवैसी ने यह प्रतिक्रिया Adrija Bose के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए किया था। Adrija Bose ने नेटवर्क 18 के एक खबर को ट्वीट करते हुए लिखा था- ''मुसलमानों को भोजन पर थूकना, मस्जिदों में छिपकर कोरोना वायरस फैलान? इन 8 फेक न्यूज से सावधान रहें।'' Adrija Bose ने अपने ट्विटर बॉयो में खुद को पत्रकार बताया है।