कोरोना प्रभावितों के इलाज के लिये आगे आया नयति
दो सौ बिस्तर का आगरा में अस्पताल और मथुरा में साठ बिस्तरों का आइसोलेशन सेन्टर बनाया
लखनऊ: कोविड-19 मरीज़ों के इलाज के लिए नयति हैल्थ्केयर एंड रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड ने मथुरा स्थित अपने फ्लैगशिप अस्पताल नयति मेडिसिटी में 200 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध करायी है। इनमें 102 आईसीयू तथा एचडीयू बैड तथा 98 आइसोलेशन बैड शामिल हैं। यह घोषणा उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर नियंत्रण के लिए की गई है, जो कि देश में कोरोनावायरस से प्रभावित शीर्ष राज्यों में से है। मथुरा स्थित नयति मेडिसिटी 377 बिस्तोरों वाला सुपर-स्पेश्यिलिटी क्वाटरनरी केयर अस्पताल है जिसमें सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस तथा 14 स्पेश्यिलिटी विभाग समेत एक अत्याधुनिक सुविधा कैंसर सेंटर के तौर पर समर्पित है। उल्लेखनीय है कि यह देश के टियर 3 शहर में कार्यरत अस्पेताल है और अपनी तरह का पहला टर्शियरी केयर सुपर स्पेश्यिलिटी अस्प्ताल है जो बड़े समुदाय को सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ एनएबीएच से मान्यपता प्राप्त है। चेयरपर्सन एवं प्रमोटर सुश्री नीरा राडिया ने कहा इस व्यापक महामारी से निपटने की जिम्मेदारी सिर्फ सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं की नहीं है, निजी अस्पसतालों को भी इसमें हाथ बंटाना होगा। देश में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामले और उत्तर प्रदेश के इस बढ़ती संख्यान में योगदान के मद्देनज़र हम नयति मेडिसिटी के मथुरा एवं आगरा स्थित अस्पख्तालों में कोविड संक्रमित मरीज़ों के इलाज के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। चूंकि इस क्षेत्र में नयति एकमात्र एडवांस क्रिटिकल केयर सेंटर है, लिहाज़ा कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हमने अपने अस्पवताल, डॉक्टर और पैरामेडिक स्टाफ को इन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार कर लिया है। हमने अस्परताल में 102 आईसीयू बिस्तरों और 98 आइसोलेशन तथा हाइ डिपेन्डेन्सी बिस्तरों का इंतज़ाम किया है। साथ ही,8 से 12 हफ्तों की अवधि में, 1500-2000 कोविड संक्रमित मरीज़ों के इलाज के लिए सुविधा जुटायी है जिसमें मरीज़ों की क्रिटिकल केयर भी शामिल है। अस्पताल में मरीज़ों के लिए तीन स्त़रीय ट्रियेज सुविधा का इंतज़ाम किया गया है और यहां आने वाले मरीज़ों की जांच के लिए अलग-अलग ज़ोन्सा बनाए गए है। पहले चरण में, 70बिस्तिरों के आइसोलेशन एरिया का इंतज़ाम किया गया है और यहां वेंटिलेटर तथा सुसज्जित आईसीयू भी उपलब्ध हैं। नयति अस्पताल आगरा को लैवल 1 क्वोरंटाइन सेंटर में बदला गया है। मथुरा स्थित नयति मेडिसिटी में लैवल 2 और लैवल 3 कोविड मरीज़ों को रखा जाएगा। हमारे अस्प तालों की सभी स्पेवश्युलिटीज़, नर्सों एवं पैरा मेडिकल और सपोर्ट सेवाओं से जुड़े 1200 सदस्यों वाली टीमों ने संकट की इस घड़ी में हर संभव सहायता देने का संकल्पअ जताया है। इसके अलावा, नयति के डॉक्टरों तथा पैरामेडिक स्टाफ की आवासीय सुविधा नयति कैम्पस को सैटलाइट कैम्प स बनाया जाएगा जिसे बाहरी टीमों के लिए भोजन और ठहरने, यदि आवश्यकता हुई तो, इसे सुविधा के तौर पर इस्ते माल किया जाएगा। फिलहाल, यहां अस्पताल में कार्यरत डॉक्टिरों एवं पैरामेडिक स्टाफ के ठहरने का बंदोबस्त है जो देश के अन्य भागों से यहां आए हैं मथुरा, वृंदावन को पिछले 4 वर्षों से अपना घर बना चुके हैं। अस्पताल ने कोविड मामलों के लिए एक आइसोलेशन प्रक्रिया तैयार कर उसे लागू किया है, ताकि यह अस्पताल की कार्यप्रणाली को प्रभावित न कर सके और अन्य आवश्यक सेवाएं जैसे लिफ्टों एवं अन्य सुविधाओं को कोविड मरीज़ो के लिए अलग रखा जा सके। इससे अस्पताल में अन्य् गंभीर रोगों के उपचार के लिए आने वाले मरीज़ प्रभावित नहीं होंगे।