कोरोना के बढ़ते मामलों पर CM योगी ने डांटा तो नोएडा डीएम ने दिया टका सा जवाब
नई दिल्ली: देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में भी बड़े पैमाने पर संक्रमण देखने को मिल रहा है। यूपी में आज संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 88 हो गए हैं। वहीं, अकेले गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) में 36 संक्रमण के मामले सामने आए हैं। ऐसे में आज प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ नोएडा जांच करने के लिए आए हुए थे। इस दौरान उन्होंने डीएम बीएन सिंह को जमकर फटकार लगाई।
एनबीटीके मुताबिक, सीएम योगी के फटकार लगाने के बाद नोएडा के जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को दो टूक जवाब दिया है। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने कहा कि मैं पिछले 3 साल से नोएडा में तैनात हूं। 18-18 घंटे काम कर रहा हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे 3 माह की छुट्टी दे दी जाए। खबर की मानें तो इसके लिए चीफ सेक्रेटरी को पत्र लिखकर उन्होंने अपील भी की है।
दरअसल, नोएडा में तेजी से फैल रहे कोरोना महामारी से लड़ने के लिए तैयारियों का जायजा लेने के लिए सीएम योगी आज यहां पहुंचे थे। इस दौरान कोरोना से लड़ने की तैयारी देख उन्होंने नाराजगी जताई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने नोएडा के डीएम को जमकर फटकार लगाई।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के प्रधान स्वास्थ्य सचिव ए.एम. प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में उत्तर प्रदेश में 88 नमूनों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। 14 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं, उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है। मेरठ 13 के बाद गौतमबुद्धनगर में सबसे ज्यादा 36 मामले सामने आए हैं।
यही वजह है कि जनपद गौतम बुद्ध नगर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां आकर अधिकारियों के साथ बैठक की।
प्रशासन से प्राप्त सूचना के अनुसार, उक्त बैठक में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री करीब 2 बजे हेलीकॉप्टर से गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय पहुंचे। उसके बाद उन्होंने गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में ही अधिकारियों के साथ बैठक शुरू की। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि उक्त बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को प्रभावी रूप से लागू करने तथा श्रमिकों के पलायन को रोकने पर बातचीत की।
प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद और नोएडा के अधिक मामले सामने आने पर हालात का जायजा लेने और मुस्तैदी से काम करने के लिये एक वरिष्ठ अधिकारी को भेजने को कहा था। उन्होंने कहा कि हमने वरिष्ठ सहयोगी ए.पी. चतुर्वेदी को एक महीने के लिये तैनात किया है। दोनों ही जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक उन्हें रिपोर्ट देंगे।
प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड—19 संक्रमण परीक्षण के लिये आठ लैब काम कर रही हैं जिनमें से तीन प्रयोगशालाएं लखनऊ में जबकि अलीगढ़, वाराणसी, मेरठ, इटावा और गोरखपुर में एक—एक प्रयोगशाला है। उन्होंने कहा कि अभी तक कुल 2284 सैम्पल लिये गये हैं जिनमें से 2171 नेगेटिव आये हैं और 45 अभी टेस्टिंग की प्रक्रिया में हैं।