दारूल उलूम देवबन्द को बदनाम करने की नीयत से चलाई ख़बर का खंडन
रिपोर्ट तसलीम क़ुरैशी
सहारनपुर/देवबन्द।दारुल उलूम देवबन्द के अधिकारियों ने इस खबर को खारिज कर दिया कि दारुल उलूम देवबन्द में हजरत निजामुद्दीन के साथ एक हिंदी चैनल चैनल के माध्यम से कोरोनोवायरस फैलाने का प्रचार केंद्र दारुल उलूम देवबन्द में पाया गया था।
देवबन्द ने चैनल की रिपोर्टिंग को गैर जिम्मेदाराना बताया और सरकार से उक्त चैनल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की क्योंकि दारुल उलूम देवबन्द , देवबन्द शहर , व सहारनपुर जनपद और आसपास के इलाकों में कहीं भी कोरोना प्रभावित व्यक्ति नहीं था।
स्वास्थ्य टीम लगी हुई है लेकिन चैनल अभी भी बहुत है ऐसे जो इस तरह की गैरजिम्मेदारी की खबर दिखा रहे है और कोरोना के प्रकोप का कारण दिल्ली के तब्लीगी जमात-ए-इस्लामी और दारुल उलूम देवबन्द को बताया गया, जो पूरा झूठ और अफवाह पर आधारित है।
दारुल उलूम देवबन्द के मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता अशरफ उस्मानी ने इस खबर पर कहा कि दारूल उलूम देवबन्द को लेकर एक हिंदी समाचार चैनल के माध्यम से कोरोना वायरस का मामला पाया गया, यह कहते हुए खबर चलाई गई, यह गलत था, यहां तक कि दारुल उलूम देवबन्द में भी, शहर देवबन्द और सहारनपुर जिले में अभी तक कोई कोरोना रोगी नहीं पाया गया है, सीएमओ, डीएम, नोडल अधिकारी इस संबंध में बता सकते हैं। यह खबर झूठी और अफवाह है, इसकी पुष्टि नहीं है, अगर उनके पास इस खबर को लेकर कोई तथ्य है तो वह बताए वर्ना इस खबर का खंडन करें। अगर खबर चलानी थी तो पहले नोडल अधिकारी से बाइट लेनी चाहिए थी|
चैनल इस खबर को बिना किसी पुष्टि के चला रहा था मुझे लगता है कि यह एक बड़ा अपराध है, अफवाह फैलाने के लिए उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए।उन्होंने कहा कि वे दारुल उलूम देवबन्द में बच्चों को ध्यान से रख रहे हैं जैसा कि हम कर सकते हैं स्वास्थ्य विभाग और सरकार के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हैं।जितना हो सके उतना फॉलो कर रहे हैं