कोरोना से बदहाल अर्थव्यस्था में सुधार के लिए RBI ने रेपो रेट में किया भारी कट
नई दिल्ली: गुरुवार को कोरोना वायरस से ग्रस्त इकॉनमी के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक पैकेज का ऐलान किया और आज आरबीआई के गवर्नर ने नीतिगत ब्याज दरों में बड़ी कटौती की है। गवर्नर ने रीपो रेट में 75 bps की कटौती का ऐलान किया है, नया रेट 4.4%।
इसके साथ ही रिवर्स रीपो रेट 90 बीपीएस घटाकर 4 पर्सेंट घटा दिया गया है ताकि बैंकों के लिए इसे अनाकर्षित करने के लिए किया गया है। गवर्नर ने कहा कि कच्चे तेल के घटे भाव के कारण इकॉनमी पर दबाव घटा है। पिछले दो पॉलिसी रिव्यू में रीपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था।
दास ने कहा कि कोरोना वायरस की इस महामारी से निबटने के लिए सबको मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'आरबीआई के इस कदम से होम, कार या अन्य तरह के लोन सहित कई तरह के ईएमआई भरने वाले करोड़ों लोगों को काफी राहत मिल सकती है। आम लोगों के साथ कारोबार पर कोरोना के असर को देखते हुए सरकार कर्ज की EMI पर राहत देने की तैयारी कर चुकी है।'
बैंकों को अपने दैनिक कामकाज के लिए प्राय: ऐसी बड़ी रकम की जरूरत होती है जिनकी मियाद एक दिन से ज्यादा नहीं होती। इसके लिए बैंक जो रिजर्व बैंक से रात भर के लिए (ओवरनाइट) कर्ज लेते हैं। इस कर्ज पर रिजर्व बैंक को उन्हें जो ब्याज देना पड़ता है, उसे ही रीपो रेट कहते हैं।
3 अप्रैल को मौद्रिक नीति समिति की बैठक में ब्याज दर में कटौती के फैसले की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन कोरोना लॉकडाउन की वजह से मौजूदा हालात को देखते आरबीआई गवर्नर आज ही इसकी घोषणा कर सकते हैं। जानकारों का मानना है था कि नीतिगत दरों में 25 से 50 आधार अंक की कटौती की जा सकती है।