कोरोना वायरस : अमेरिकी कंपनी ने चीन पर ठोंका 20 ट्रिलियन डॉलर के हर्जाने का मुकदमा
टेक्सास: एक अमेरिकी कंपनी ने चाइना पर कोरोना वायरस के चलते 20 ट्रिलियन डॉलर के हर्जाने का मुकदमा ठोक दिया है। इस कंपनी ने चाइना सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे 'जैविक हथियार' करार दिया है।
टेक्सास स्थित बज फोटोज कंपनी, फ्रीडम वॉच और वकील लैरी क्लेमैन ने चाइना सरकार, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, वुहान इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर शी झेनग्ली, चीनी सेना और सेना के मेजर छेन वेई के खिलाफ ये मुकदमा दर्ज करवाया है।
इसमें कहा गया है कि चाइना जैविक हथियार तैयार कर रहा था, जिसके चलते ये वायरस फैल गया। अमेरिकी कंपनी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वुहान वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट ने जानबूझकर ये वायरस फैलाया है। चाइना अमेरिकी नागरिकों को मारने और बीमार करने की साजिश कर रहा है।
वादी (मुकदमा दर्ज कराने वाले) ने आरोप लगाया है कि वुहान में स्थित माइक्रोबायोलॉजी लैब इस वायरस से निपट सकती है, लेकिन चाइना ने इस बात को छिपा रखा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोना वायरस की वजह से देश में लागू बंदी में ढील देने के फैसले का मंगलवार को बचाव किया। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि बंदी के कदम से देश बर्बाद हो सकता है। फॉक्स न्यूज पर ट्रम्प् ने कहा, ‘‘बहुत से लोग मुझसे सहमत होंगे। हमारा देश… बंदी के लिए नहीं बना है। आप बंद कर देश को बर्बाद कर सकते हैं।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सामाजिक मेल-मिलाप से दूरी और पृथक रहने के उपाय को खत्म किया जाए या नहीं इसकी समीक्षा के लिए वह अगले हफ्ते स्थिति का आकलन करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बोइंग को नहीं खो सकते, हम इन कंपनियों को नहीं खो सकते। अगर हम इन कंपनियों को खोते हैं तो इसका मतलब है कि हम हजारों, लाखों नौकरियों को दाव पर लगा रहे हैं।’’
विश्व में कोरोना वायरस से अब तक 19,639 मौत हो चुकी है। वहीं अमेरिका में 54,981 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिसमें से 785 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।