पूरे भारत में 21 दिन का लॉकडाउन
नई दिल्ली: दुनिया भर में बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा, '22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प लिया था उसमें सबका योगदान मिला था। पीएम मोदी ने कहा, 'कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है, कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है, तो इसके संक्रमण की सायकिल को तोड़ना ही होगा'।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने बृहस्पतिवार को राष्ट्र के नाम संदेश में रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ लागू करने और लोगों से घर-घर दूध, अखबार, राशन पहुंचाने वालों, पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों और मीडियाकर्मियों के प्रति आभार जताने की अपील की थी। उन्होंने ऐसे लोगों का आभार जताने के लिए 22 मार्च की शाम 5 बजे घर की खिड़की, बालकनी या गेट पर आकर ताली, घंटा-थाली बजाने की अपील की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को लोगों से लॉकडाउन का गंभीरता से पालन करने की अपील करते हुए राज्य सरकारों से नियमों और कानूनों का पालन कराना सुनिश्चित करने को भी कहा था ।
बता दें, भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक करीब 500 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार तक के आंकड़ों में यह संख्या सामने आई है। मंगलवार सुबह तक के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक देश में कोविड-19 के कुल मामले 492 हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन आंकड़ों में कम से कम 41 विदेशी नागरिक शामिल हैं और अब तक नौ मौत हो चुकी है। देश में 22 नये मामले सामने आने के बाद कोविड-19 से अब भी संक्रमित लोगों की संख्या 446 है। पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामले अचानक बढ़ने के बाद अधिकारियों ने लगभग पूरे देश में लॉकडाउन (बंद) लागू कर दिया है जिसके तहत लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध हैं और सड़क, रेल एवं हवाई यातायात पर 31 मार्च तक रोक लगा दी गई है।