बहराइच: दूसरे प्रान्तो से लौटे हजारो मजदूरो को देख प्रशासन के हाथ-पांव फूले
चारबाग रेलवे स्टेशन भेजी गई 17 रोडवेज बसे
रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच : महाराष्ट्र, दिल्ली व पंजाब में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते लाक डाउन होने से हजारो की संख्या में मजदूर तबके के लोग ट्रेनो से चारबागरेलवे स्टेशन पर पहंुच गये और स्टेशन पर भारी भीड़ के चलते बड़ी समस्या खड़ी हो गई।
रोडवेज बसो व अन्य यात्री साधनों के बंद होने से लखनऊ के अफसरो ने जिले के डीएम शम्भु कुमार से सम्पर्क साधा और डीएम के निर्देश पर एआरएम मो0 इरफान सिद्दीकी ने बहराइच डिपो से 17 बसो को चारबाग रेलवे स्टेशन की ओर रवाना किया। इस बीच लखनऊ से भी बड़ी संख्या में रोडवेज बसो व निजी साधनों से करीब 3 हजार यात्री बहराइच आ धमके और इन सभी यात्रियों को नगर के बाहर उतारा गया। किसान पीजी कालेज के पास से मुम्बई व अन्य प्रान्तो से लौटे हजारो यात्री लम्बी कतारों को देख जिला प्रशासन हलकान हो गया और जैसे-तैसे भिगना, जमुनहा, नानपारा, रूपईडीहा, नवाबगंज आदि गन्तव्य की ओर प्राइवेट बसो का इंतजाम कर रवाना किया, ताकि नगर को कोरोना वायरस के संदिग्धो से मुक्त रखा जा सके।
बहुतेरे कामगार निजी साधनों यहां तक की आॅटो रिक्शा से एक-एक हजार रूपया किराया देकर लखनऊ से बहराइच आये और अपने घरो की ओर गये। चारबाग स्टेशन से लौटे मजदूरो ने बताया कि चारबाग रेलवे स्टेशन पर हजारों की संख्या में मजदूर तबके के लोग साधनो के इंतजार मे पड़े है। एक-एक रोडवेज बसो में एक सैकड़ा से अधिक यात्री घर पहंुचने की आपाधापी में सवार होकर जिला मुख्यालय पहुंचे। एआरएम ने बताया कि बहराइच से भेजी गयी बसे का आना अभी जारी है उनमे लखनऊ से आने वाली रोडवेज की बसे भी है। दहशत का आलम यह है कि दिल्ली मे रहकर टैम्पो चलाकर जीविकोपार्जन कर रहे लोग अपने-अपने टैम्पों से दिल्ली से बहराइच जान जोखिम में डालकर आ गये। इन सभी को पुलिस ने हिरासत मे लेकर डाक्टरी परीक्षण कराया।