भारत में कोरोना वायरस के अब तक 271 मामले, महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 63 संक्रमित
नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले सामने आने के बाद देश में इस संक्रमण के कुल मामले भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार बढ़कर 271 हो गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र के हैं, जहां संक्रमितों का आंकड़ा बढ़तक 63 हो गया है। आईसीएमआर के मुताबिक, 21 मार्च, 2020 के सुबह दस बजे तक भारत में कोरोना वायरस के 271 मामलों की पुष्टि हुई है। सुबह दस बजे तक 14, 811 लोगों की जांच की गई। इस बीच दिल्ली और महाराष्ट्र सरकारों ने कोविड-19 बीमारी की रोकथाम के लिए सार्वजनिक स्थानों को बंद करने की घोषणा की। इस कड़ी में रेलवे ने जनता कर्फ्यू के मद्देनजर रविवार को ट्रेनों का परिचालन रद्द करने की घोषणा की है। गो एयर ने रविवार की अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं, वहीं इंडिगो महज 60 फीसदी घरेलू उड़ानों का संचालन करेगी। सेना भी वर्क फ्रॉम होम का फॉर्मूला अपनाने जा रही है।
आईसीएमआर ने कहा, '14,514 व्यक्तियों के कुल 15,404 नमूनों का सार्स कोवी 2 को लेकर 20 मार्च शाम 6 बजे परीक्षण किया गया। अब तक संदिग्ध मामलों से कुल 236 मामलों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।'
सैन्य मुख्यालय में तैनात 35 फीसदी अधिकारी और 50 प्रतिशत जूनियर कमीशंड अधिकारी (जेसीओ) 23 मार्च से एक सप्ताह तक घर से काम करेंगे। अधिकारियों और जेसीओ का दूसरा समूह 30 मार्च से घर से काम शुरू करेगा। सेना ने कहा कि समूहों को एक दूसरे से मिलने से बचाया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे कार्य के समय हर वक्त फोन और इलेक्ट्रानिक माध्यमों पर उपलब्ध रहें। मुख्यालय के प्रवेश और निकास द्वारों पर भीड़ से बचने के लिए सैन्य कर्मियों को अलग-अलग ड्यूटी टाइम पर बुलाए जाने का भी फैसला किया गया है।
राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान लोगों से घरों के अंदर ही रहने और अत्यावश्यक होने पर ही बाहर जाने का आह्वान करने के अगले दिन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉल की और इस महामारी के रोकथाम के उपायों पर चर्चा की। मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों में 32 विदेशी हैं, जिनमें 17 इतालवी, तीन फिलीपीन के, दो ब्रिटेन और एक-एक कनाडा, इंडोनेशिया और सिंगापुर का निवासी है। इनमें अब तक दिल्ली, कर्नाटक, पंजाब और महाराष्ट्र में हुई चार मौतें भी शामिल हैं।
'गो एयर' ने रविवार को जनता कर्फ्यू के दिन स्वेच्छा से अपनी सभी उड़ानें रद्द करने की घोषणा की है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में लोगों से कोरोना वायरस के बीच रविवार को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू का आह्वान किया था, जिसके बाद गो एयर ने यह फैसला लिया। एयरलाइन ने शुक्रवार को कहा, 'गो एयर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तावित जनता कर्फ्यू के समर्थन में रविवार 22 मार्च को स्वेच्छा से अपनी सभी उड़ानें रद्द करने का फैसला लिया है।'
इंडिगो ने शुक्रवार को कहा कि रविवार को ‘जनता कर्फ्यू’ के मद्देनजर वह महज 60 प्रतिशत घरेलू उड़ानों का परिचालन करेगी। इसके अलावा, इस महामारी के चलते एयरलाइन की मांग में कमी आई है, उसके मद्देनजर वह अपनी घरेलू उड़ानों में फिलहाल 25 प्रतिशत कमी कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने लोगों से अपील की कि वे प्रधानमंत्री की ओर से 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सामाजिक मेलजोल से दूरी के लिए जनता कर्फ्यू के आह्वान का समर्थन करें। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे टोल फ्री नंबर 1075 का इस्तेमाल कोई भी जानकारी प्राप्त करने या किसी अफवाह एवं भ्रमित सूचना को लेकर अपनी आशंका दूर करने के लिए करें। अग्रवाल ने कहा, 'मैं समाज के सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे टोल फ्री संख्या 1075 का इस्तेमाल सूचना प्राप्त करने और सभी तरह की भ्रामक सूचनाओं पर अपनी आशंका दूर करने के लिए करें। प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू कर आह्वान किया है। एक दिन के सहयोग से संक्रमण की कड़ी को तोड़ने में मदद मिलेगी।'