दिव्यांग बच्चों को पूरी तरह सक्षम बनाये शिक्षक : आनन्दी बेन
राज्यपाल ने किया एक्सीलेरेटेड लर्निंग कैम्प व महिला चिकित्सालय का निरीक्षण
रिपोर्ट-रमेश चन्द्र गुप्ता
बहराइच: पूर्व माध्यमिक विद्यालय पुलिस लाइन स्थित आवासीय एक्सीलेरेटेड लर्निंग कैम्प के निरीक्षण के दौरान विभिन्न व्यवस्थाओं का जायज़ा लेते हुए राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने शिक्षको को नसीहत दी कि इन बच्चों को पूरी मेहनत और लगन के साथ शिक्षा देकर इस तरह से सक्षम बना दें कि भविष्य में इन्हें किसी दूसरे के सहारे की ज़रूरत न हो बल्कि यह खुद दूसरों का सहारा बन सकें।
राज्यपाल श्रीमती पटेल के आवासीय एक्सीलेरेटेड लर्निंग कैम्प पहुॅचने पर दृष्टिबाधित छात्र-छात्राओं ने पुष्पगुच्छ भेंट कर एवं स्वागतगीत गाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान मौजूद मूकबधिर एवं दृष्टिबाधित छात्र-छात्राओं ने शारीरिक निःशक्तता के बावजूद अपनी प्रतिभा से श्रीमती पटेल को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने कक्षों, बच्चों के खाने एवं सोने का कमरा, किचेन का भी विधिवत निरीक्षण व्यक्त किया। उन्होने सभी बच्चों को दुलारते हुए उनसे उनकी संकेतात्मक भाषा में पढ़ाई लिखाई के बारे में जानकारी प्राप्त की। साथ ही एक बच्ची द्वारा तैयार किये गये उनके स्केच को उनके समक्ष प्रस्तुत करने पर उन्होने प्रसन्न व्यक्त करते हुए उसे सहर्ष स्वीकार कर निर्देश दिया कि बच्ची की प्रतिभा को देखते हुए पेन्टिंग की तालीम दिलायी जाये।
उन्होने सदर विधायक अनुपमा जायसवाल के साथ दृष्टिबाधित व मूक बधिर बच्चों को फल का वितरण किया और 10 अनुसूचित जनजाति की छात्राओं को साईकिल एवं स्कूल ड्रेस तथा पंजीकृत श्रमिकों की 10 पुत्रियों को साईकिल का वितरण भी किया। इस दौरे के बाद राज्यपाल ने जिला चिकित्सालय परिसर स्थित 100 बेडेड नवनिर्मित मैटरनिटी विंग, औषधि वितरण कक्ष, ओ.पी.डी., आपरेशन कक्ष व वार्डों का निरीक्षण किया। जहां आयुष्मान पंजीकरण काउण्टर का निरीक्षण कर गोल्डेन कार्ड निर्गत किये जाने के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।
उधर, विकास योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान उन्होने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि विभाग द्वारा कराये गये अच्छे कार्यों की सक्सेज़ स्टोरी भी तैयार की जाये। उन्होंने कृषकों को जैविक खेती के साथ-साथ पशुपालन करने के लिए प्रेरित एवं जागरूक किये जाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बच्चों को सरकारी कार्यालयों, बैंकों, गैर सरकारी प्रतिष्ठानों, शिक्षण संस्थाओं इत्यादि का भी भ्रमण कराया जाये ताकि उन्हें किताबी ज्ञान के साथ-साथ विभिन्न महत्वपूर्ण संस्थाओं के क्रियाकलापों की भी व्यवहारिक जानकारी प्राप्त हो सके। इस अवसर पर उन्होंने कायाकल्प योजना के तहत कराये गये कार्यों की चित्र पुस्तिका का विमोचन भी किया।
इस दौरान उनके साथ सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा, विधायक सुभाष त्रिपाठी, सुरेश्वर सिंह, श्रीमती माधुरी वर्मा, श्रीमती अनुपमा जायसवाल, श्रीमती सरोज सोनकर, भाजपा जिलाध्यक्ष श्यामकरन टेकड़ीवाल, आयुक्त महेन्द्र कुमार, डीआईजी. डॉ. राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी शम्भु कुमार, पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन कुमार मिश्रा व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
राज्यपाल श्रीमती पटेल ने लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन परिसर में कृषि सेक्टर व जनपद के प्रगतिशील कृषकों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के उत्पादों तथा ‘‘एक जनपद एक उत्पाद’’ योजना के तहत लगायी गयी प्रदर्शनी में सजाये गये सभी स्टालों का एक-एक कर गहन निरीक्षण करते हुए मौजूद अधिकारियों तथा उत्पाद से सम्बन्धित किसानों से उत्पादन से लेकर मार्केटिंग तक की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी प्राप्त किया।