देश में डूब रहा है एक और बैंक
LVB 60 पर्सेंट तक स्टेक बेचने की तैयारी
कोलकाता: लक्ष्मी विलास बैंक (LVB) का कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो (CAR) मिनिमम रिक्वायरमेंट से काफी नीचे आ गया है। उसने विदेशी निवेशकों से 25-30 करोड़ डॉलर (1,800-2,200 करोड़ रुपये) जुटाने की योजना के साथ रिजर्व बैंक से संपर्क किया है। सूत्रों ने बताया कि योजना के हिसाब से वह इतनी रकम के लिए 49-60% हिस्सेदारी बेच सकता है। बैंक के जानकार ने डीटेल दिए बिना कहा कि वह तीन चार निवेशकों से बात कर रहा है और उनमें से एक ने 'स्पेसिफिक डील' भी ऑफर की है। उन्होंने कहा कि संभावित निवेशक अकेले निवेश कर सकता है या कंसोर्टियम को लीड कर सकता है।
LVB के चीफ एग्जिक्युटिव एस सुंदर ने कहा, 'बैंक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर को कंट्रोलिंग स्टेक देने को तैयार है। पूंजी की कमी ने हमारे हाथ बांध रखे हैं। हम जल्द से जल्द निवेशक लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।' एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यस बैंक में हुए क्राइसिस ने प्राइवेट सेक्टर बैंक की वित्तीय स्थिति को लेकर चिंता बढ़ा दी है। लक्ष्मी विलास बैंक का कैपिटल एडेक्वेसी रेशियो सिर्फ 3.46% है जबकि मिनिमम रिक्वायरमेंट 9% की है। LVB ने 2018 और 2019 में 1,430 करोड़ रुपये का इक्विटी कैपिटल जुटाया था और इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनैंस में मिलने वाला था, लेकिन रिजर्व बैंक ने अक्टूबर में उसका प्रपोजल कोई वजह बताए बिना खारिज कर दिया था।
बैंक के करीबी सूत्र ने कहा, 'बैंक को इन्वेस्टर के फिट ऐंड प्रॉपर क्राइटेरिया पर RBI की सलाह का इंतजार है। आरबीआई के अधिकारियों के साथ मीटिंग का यही मकसद है। इंडियाबुल्स हाउसिंग डील के फेल होने से LVB को बड़ा सबक मिया है। बैंक के दरवाजे हर तरह के निवेशकों के लिए खुले हैं। वह उनमें से एक हो सकता है जो सीधे रेग्युलेटर के पास गया है या फिर बैंक जिससे बात कर रहा है, उनमें कोई हो सकता है।' दो सूत्रों ने बताया कि किसी खास ऑफर के बिना RBI के पास पहले जा चुका अमेरिका का टिल्डन पार्क कैपिटल अब भी दौड़ में है।