बहुत दुखी और व्यथित हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया
नई दिल्ली: ज्योतिरादित्य माधराव सिंधिया भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं। बीजेपी में शामिल होते ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'मेरा मन दुखी भी है और मेरा मन बहुत व्यथित भी है। कांग्रेस अब वह पार्टी नहीं रही है ,जिसकी स्थापना हुई थी। सिंधिया ने कहा, कर्जमाफी और रोजगार के मामले पर मध्य प्रदेश सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए। ट्रांसफर और भ्रष्टाचार का माफिया मध्य प्रदेश में चल रहा है। सिंधिया ने कहा, मेरा मानना है कि हमारा उद्देश्य जनसेवा होना चाहिए। मेरे पिताजी और मैंने हमेशा इसी पर काम किया है।
सिंधिया ने कहा, मेरे जीवन में दो दिन ऐसे आए, जिन्होंने मेरा जीवन बदल दिया। पहला 30 सितंबर 2001, जिस दिन मैंने अपने पिता को खोया। दूसरी तारीख 10 मार्च 2020, जो उनकी 75वीं वर्षगांठ थी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, मध्य प्रदेश में एक सपना हमने पिरोया था, जब वहां सरकार बनी। लेकिन 18 महीने में वो सारे सपने बिखर गए, चाहे वो किसानों के ऋण माफ़ करने की बात हो, पिछले फसल का बोनस न मिलना हो, ओलावृष्टि से नष्ट फसल आदि का भी मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है।
बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय में सिंधिया को पार्टी की सदस्यता दिलाई। सिंधिया बीजेपी मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए। सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि वह आहत थे क्योंकि वह अपने पूर्व संगठन (कांग्रेस) में लोगों की सेवा नहीं कर पा रहे थे।